जोधपुर .लोकसभा के सियासी मैदान में जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस जहां प्रत्याशियों के नामों पर माथापच्ची में जुटी है. वहीं, सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को जोधपुर से मैदान में उतारने को लेकर स्थानीय नेता हर स्तर पर मांग उठा रहे हैं. कार्यकर्ताओं से लेकर पार्टी नेताओं की ओर से वैभव के समर्थन में जारी बयानबाजी के बीच सियासी अटकलें तेज हो गई है. इस बीच सीएम गहलोत ने वैभव को नसीहत देते हुए कहा है कि 'टिकट नहीं मिले तो घर मत बैठना'. गहलोत के इस बयान के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं.
गहलोत की बेटे को नसीहत...टिकट ना भी मिले...घर नहीं बैठना है
लोकसभा के सियासी जमीन पर जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस हर सीट पर रणनीति तैयार करने में जुटी है. वहीं, जोधपुर सीट से वैभव को चुनाव मैदान में उतारने की मांग भी तेज हो रही है....
जोधपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस पदाधिकारी लगातार वैभव गहलोत को चुनाव मैदान में उतारने की मांग कर रहे हैं. इस संबंध में जिला कांग्रेस कमेटी पूर्व में प्रस्ताव भी तैयार करके प्रदेश स्तर पर भेज चुकी है. हालांकि, इस तरह का प्रस्ताव जालोर-सिरोही सीट से भी आगे भेजा गया है. लेकिन, वैभव की सबसे ज्यादा मांग जोधपुर संसदीय सीट से बनी हुई है. इसके पीछे बड़ा कारण यह भी है कि जोधपुर गहलोत का गृह जिला भी है. वैभव को चुनाव लड़ाने को लेकर पार्टी के कई विधायकों के साथ ही नेता भी खुलकर समर्थन में बोल चुके हैं. वहीं, हाल में कांग्रेस के होली मिलन समारोह के दौरान भी पार्टी नेताओं ने वैभव को चुनाव मैदान में उतारने की मांग की थी.
इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद रहे वैभव ने भी कहा कि पार्टी ने मौका दिया तो सभी के साथ खड़ा रहूंगा. वहीं, इसी कार्यक्रम के दौरान सीएम गहलोत ने वैभव को नसीहत देते हुए कहा कि पार्टी अगर टिकट देती है तो ठीक है, वरना घर मत बैठना. गहलोत के इस बयान के बाद सियासी चर्चाओं का दौर तेज हो गया है. वहीं, इस बयान के कई राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं. आपको बता दें कि वैभव को जोधपुर से चुनाव लड़ाने को लेकर पार्टी पदाधिकारी जहां लगातार मांग कर रहे हैं. वहीं, सीएम गहलोत हर बार यही बयान दे रहे हैं कि टिकट देना हाईकमान का काम है. पार्टी के मापदंड पर जो बेहतर होगा, उसे टिकट मिलेगा.