जयपुर. सदन में आज शून्यकाल में कई बड़े मामले उठे. भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने कोरोना कालखंड के दौरान आर्थिक रूप से परेशान रहे मध्यमवर्गीय व गरीब परिवारों के बच्चों की स्कूल की फीस सरकार द्वारा भरकर राहत देने की मांग की. लाहोटी ने कहा कि मध्यम और गरीब श्रेणी के अभिभावक निजी स्कूलों द्वारा वसूल की जा रही इस फीस से काफी परेशान है. अभिभावकों ने पूर्व में राज्य सरकार और न्यायालय की शरण ली, लेकिन राहत कहीं से नहीं मिल पाई. जबकि अधिकतर बच्चों ने 2 साल तक घर में ही बैठकर ऑनलाइन पढ़ाई की. सरकार ने बजट में शिक्षा पर 67,000 करोड़ का भारी भरकम प्रावधान किया है. सरकार चाहे तो इसी बजट में से ऐसे अभिभावकों को राहत देते हुए उनके बच्चों की फीस का पुनर्भरण करे.
संदीप यादव ने उठाई रेजिमेंट के गठन की मांग : शून्यकाल में विधायक संदीप यादव ने भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट के गठन के लिए (Ahir Regiment Demand in Rajasthan Vidhan Sabha) केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजे जाने की मांग की. यादव ने कहा कि यदुवंशी का शौर्य और इतिहास सबके सामने है. चाहे मुगलों का आक्रमण हो या बॉर्डर पर तैनात रहकर देश की सुरक्षा का मामला, अहीर समाज के जवानों ने इसके लिए अपने प्राणों की आहुतियां तक दी हैं. ऐसे में समाज की भी यही मांग है और समाज से जुड़े जनप्रतिनिधि लगातार संसद से लेकर विभिन्न विधानसभाओं में यह मांग उठाते आ रहे हैं. ऐसे में सरकार समाज की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार को इसका प्रस्ताव भिजवाए.
राजकुमार रोत व वासुदेव देवनानी ने उठाए यह मामले : सदन में बीटीपी विधायक राजकुमार रोत ने डूंगरपुर जिले में सरकारी विद्यालय और महाविद्यालय में खाली पड़े शिक्षक और व्याख्याताओं के पद की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित किया. राजकुमार रोत ने कहा कि जिले में 375 माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालय हैं, जिनमें 561 शिक्षकों के पद रिक्त हैं. यही स्थिति महाविद्यालयों की भी है. विधायक ने कहा कि इस क्षेत्र में जनजाति लोग रहते हैं. ऐसे में जनजाति बच्चे इन शिक्षण संस्थानों से डिग्री तो ले रहे हैं, लेकिन वास्तविक शैक्षणिक ज्ञान उन्हें नहीं मिल पा रहा.