जयपुर.देश भर में विश्व कैंसर दिवस पर इस बार की थीम 'मैं हूं और मैं रहूंगी/रहूंगा' रखी गई है. कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को लेकर भारत तीसरे नंबर पर है. डब्ल्यूएचओ (WHO) के मुताबिक आने वाले पांच सालों में यानि कि साल 2024 तक कैंसर को लेकर भारत पहले पायदान पर पहुंच सकता है.
कैंसर विशेषज्ञों के मुताबिक पुरुषों में सबसे ज्यादा लंग कैंसर पाया जाता है और महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर. डॉक्टर्स ने बताया कि महिलाओं में पहले सर्वाइकल कैंसर पाया जाता था, लेकिन इस समय महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर ज्यादा देखा जा रहा है. इस समय 24 प्रतिशत महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर पाया जा रहा है.
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इस कैंसर के अलावा ब्लड कैंसर, ओरल कैंसर, थाइरोइड कैंसर के भी मरीजों की संख्या देखने को मिल रही है. डॉक्टर्स ने बताया कि हर साल कैंसर के पांच से 6 लाख नए रोगियों की संख्या बढ़ रही है, वहीं 7 से 8 महिलाओं में कैंसर की समस्या देखने को मिल रही है.
देश भर में तेजी से बढ़ रहे कैंसर रोगी...
मेडिकल ऑकोलॉजिस्ट डॉ. ललित मोहन शर्मा ने बताया कि देश में 2.5 मिलियन लोग कैंसर के साथ अपनी जिंदगी बिता रहे हैं. इसके साथ ही देश में हर साल 11 लाख 57 हजार 294 कैंसर रोगी सामने आ रहे हैं. वहीं 7 लाख 84 हजार 821 लोग इस रोग की वजह से अकाल मौत का शिकार हो रहे हैं.
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डॉ. ललित मोहन ने बताया कि जागरूकता की कमी के चलते आज भी कैंसर रोगी रोग के आखिरी अवस्था में चिकित्सक के पास पहुंचते है. जिसकी वजह से उपचार के दौरान रोगी के मन में हमेशा ही भय रहता है कि वह पूरी तरह ठीक हो पाएगा अभी या नहीं. जिसका असर रोगी के उपचार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. डॉक्टर्स के मुताबिक राजस्थान के झुंझुनू और गंगानगर बेल्ट में ज्यादा कैंसर के मरीज पाए जाते हैं. इसी के साथ उन्होंने बताया कि गंगा किनारे के पास रहने वाले लोगों में ज्यादातर गॉल ब्लैडर का कैंसर पाया जाता है.