राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

जेडीए में कार्यरत सैकड़ों संविदा कर्मचारियों ने पकड़ी हड़ताल की राह...जानें पूरा मामला - राजस्थान की खबर

जयपुर विकास प्राधिकरण के संविदा कर्मचारी मंगलवार को हड़ताल पर उतरे. वेतन विसंगति दूर करने और समान ड्रेस कोड लागू करने की मांग को लेकर संविदा कर्मचारियों ने कार्य का बहिष्कार किया और मांगें नहीं माने जाने तक हड़ताल की चेतावनी दी.

jaipur news, जे डीए के संविदा कर्मचारियों की खबर

By

Published : Aug 27, 2019, 11:15 PM IST

जयपुर. अपनी मांगों को लेकर जेडीए संविदा कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है. बता दें कि जयपुर विकास प्राधिकरण में 11 एजेंसी के जरिए संविदा कर्मचारियों को लगाया गया है, जिनका वेतन 5 हजार 823 रुपये प्रति माह है. लेकिन अल्प वेतन होने के बावजूद भी इन श्रमिकों को समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा. यहां तक कि तीज-त्योहार पर भी वेतन का भुगतान नहीं किया गया.

जेडीए में कार्यरत कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार

वहीं, 2 महीने से ये कर्मचारी अपने वेतन के लिए गुहार लगा रहे हैं, लेकिन ठेकेदार भुगतान करने का विचार नहीं बना रहा और जेडीए संविदा कर्मचारी होने के चलते उनकी सुनवाई नहीं कर रहा. ऐसे में इन कर्मचारियों ने आज कार्य बहिष्कार कर हड़ताल की. कर्मचारियों ने मौन प्रदर्शन करते हुए मांगें नहीं माने जाने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी. कर्मचारियों ने समय पर भुगतान और एक ड्रेस कोड लागू करने की मांग की.

पढ़ें: पिछली सरकार में बने 30 फीसदी श्रमिक कार्ड फर्जी, वास्तविक रहे वंचित: श्रम राज्य मंत्री

कर्मचारियों ने बताया कि 11 एजेंसी अलग-अलग यूनिफॉर्म तैयार कराने पर अमादा हैं और इसकी राशि भी उनके वेतन में से कटौती की जाएगी. वहीं उन्होंने कहा कि संविदा पर लगे कर्मचारियों को आज दिन तक नहीं पता कि वो किस श्रेणी में आते हैं. उन्होंने बताया कि एजेंसियों को कार्य आदेश सिविलियन सुरक्षा गार्ड का दिया जाता है और उनसे कार्य चतुर्थ श्रेणी और कार्यालय सहायक के रूप में कराया जाता है.

इसी के अनुसार वेतन भुगतान किया जा रहा है, जो कि किसी भी तरह से व्यवहारिक नहीं है. यूं तो इस मसले का निपटारा एजेंसियों के स्तर पर होना है. लेकिन यदि ये संविदा कर्मचारी हड़ताल पर रहते हैं तो इसका असर जेडीए प्रशासन के काम पर पड़ेगा. ऐसे में जरूरत है कि जेडीए प्रशासन इस मामले में दखलअंदाजी कर जल्द समाधान निकाले.

ABOUT THE AUTHOR

...view details