जयपुर. प्रदेश में कोरोना संक्रमण फैल रहा है. डब्ल्यूएचओ और वरिष्ठ चिकित्सकों के अनुसार वैक्सीन बनने तक मास्क ही कोरोना से बचा सकता है. ऐसे में शुक्रवार को राज्य सरकार ने जयपुर से एक करोड़ मास्क वितरित करने का जन आंदोलन शुरू किया. वहीं हाउसिंग बोर्ड ने शनिवार से मोबाइल वैन के जरिए कच्ची बस्ती और ट्रैफिक पॉइंट पर मास्क वितरण करना शुरू किया है. बोर्ड 11 शहरों के बोर्ड कार्यालय में कियोस्क लगाकर आगंतुकों को भी मास्क वितरित करेगा.
मोबाइल वैन को यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने दिखाई हरी झंडी यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के सरकारी आवास से गाजे-बाजे के साथ हाउसिंग बोर्ड की मास्क वितरण वैन रवाना हुई. खद मंत्री धारीवाल ने वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. ये वैन शहर के प्रमुख ट्रैफिक पॉइंट और कच्ची बस्तियों के बाहर निःशुल्क मास्क वितरण करेगी. इस संबंध में धारीवाल ने बताया कि बोर्ड ने राज्य सरकार के जन आंदोलन से जुड़कर मास्क वितरण की पहल की है. बोर्ड एक तरफ सरकार के एक करोड़ मास्क वितरण में सहयोग करेगा, वहीं अलग से 1 लाख मास्क मोबाइल वैन के जरिए कच्ची बस्ती क्षेत्रों में जरूरतमंदों को निःशुल्क मास्क बांटेगा. यह भी पढ़ेंःहाथरस डीएम के जयपुर स्थित आवास के बाहर भीम आर्मी का प्रदर्शन
वहीं आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क के महत्व के प्रचार-प्रसार और मास्क वितरण के लिए विशेष वैन तैयार की गई हैं. जो जरूरतमंद लोगों को एक लाख मास्क निःशुल्क बांटेगी. उन्होंने बताया कि इसके अलावा जयपुर, जोधपुर, कोटा, अजमेर, अलवर, भीलवाड़ा, उदयपुर, सीकर, पाली और नागौर जिला मुख्यालय पर स्थित राजस्थान आवासन मंडल के उप आवासन आयुक्त कार्यालय/खंड कार्यालय में निःशुल्क मास्क वितरण कियोस्क स्थापित किए जाएंगे. यहां कार्यालय के बाहर आगंतुकों को निःशुल्क मास्क वितरित किए जाएंगे.
वहीं हाउसिंग बोर्ड के मुख्यालय सहित कोरोना प्रभावित प्रदेश के 11 जिलों में स्थापित मंडल के कार्यालयों के बाहर नो मास्क नो एंट्री के स्वागत द्वार स्थापित किए गए हैं. मोबाइल वैन रवाना करते समय यूडीएच मंत्री ने आवासन मंडल के तर्ज पर प्रदेश के सभी नगरीय निकायों को नो मास्क नो एंट्री की ब्रांडिंग वाले स्वागत द्वार स्थापित करने के निर्देश दिए.