जयपुर. कोविड-19 के संक्रमण के बीच प्रदेश के 5 लाख लोगों को परिवहन विभाग की ओर से राहत देने की तैयारी की जा रही है. परिवहन विभाग अब आवेदकों को घर बैठे लर्निंग लाइसेंस देने की तैयारी कर रहा है. इस प्रोजेक्ट पर विभागीय स्तर पर तैयारी भी शुरू हो चुकी है. केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद इसे प्रदेश में लागू भी कर दिया जाएगा.
घर बैठे लर्निंग लाइसेंस देने की तैयारी इस प्रोजेक्ट के तहत विभाग ऑनलाइन टेस्ट लेने की व्यवस्था करने जा रहा है. पूरी प्रक्रिया के लिए सॉफ्टवेयर में संशोधन भी किया जाएगा. फिर यहां से लर्निंग लाइसेंस में पूछे जाने वाले प्रश्न आवेदक के पास भेजा जाएगा. आवेदक लिंक के जरिए टेस्ट देगा और पास होने के बाद लर्निंग लाइसेंस आवेदक को ऑनलाइन ही भेज दिया जाएगा. इस पूरी प्रक्रिया के शुरू होने के बाद लोगों को आरटीओ कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा.
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वहीं, अब ऑल इंडिया मोटर ड्राइविंग स्कूल एसोसिएशन की ओर से इसका विरोध किया जा रहा है. ऑल इंडिया मोटर ड्राइविंग स्कूल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गिरीश शर्मा ने बताया कि घर बैठे जो लर्निंग लाइसेंस देने की बात की जा रही है, वह गलत है. उन्होंने कहा कि जिसको नियमों की जानकारी हो, उसे ही लाइसेंस दिया जाना चाहिए.
गिरीश शर्मा ने बताया कि कहां कितनी स्पीड में गाड़ी चलाई जाती है, यू-टर्न कैसे लेना है और भीड़ में कैसे गाड़ी चलाई जाती है, यह जानकारी लाइसेंस होल्डर को होनी चाहिए. यदि विभाग बिना बुलाए लर्निंग लाइसेंस जारी करेगा तो इससे प्रदेश के अंतर्गत सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा भी बढ़ेगा. उन्होंने परिवहन आयुक्त और परिवहन मंत्री को यह व्यवस्था लागू नहीं करने की मांग की है.