जयपुर. राजधानी जयपुर में फिर से एक युवती के साथ हैवानियत की वारदात सामने आई है. जहां पर युवती के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देकर आरोपियों ने उसके शरीर पर कई जगह पर ब्लेड और सिगरेट से घाव करने के बाद हाथ पांव-बांधकर नग्न अवस्था में कानोता इलाके के जंगल में सुनसान जगह पर पटक दिया. पीड़ित युवती को एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा ने पीड़िता से मुलाकात कर युवती से घटनाक्रम की जानकारी ली.
कानोता में नग्न अवस्था में मिली युवती से सुमन शर्मा ने की मुलाकात, कहा- पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए सड़कों पर भी उतरेंगे - सुमन शर्मा
राजधानी के कानोता इलाके के जंगल में नग्न अवस्था में मिली युवती से राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा ने मुलाकात कर घटनाक्रम की जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए सड़कों पर उतरने की बात भी कही.
सुमन शर्मा ने कहा कि प्रदेश में लगातार महिलाओं के साथ अपराध बढ़ रहा है. लेकिन प्रशासन और सरकार इन्हें रोकने में नाकाम साबित हो रही है. उन्होंने बताया कि इस पूरे केस में एक पुलिस कांस्टेबल कपिल शर्मा, एक रेजिडेंट डॉक्टर और एक मानवाधिकार का फर्जी मेंबर शामिल है. इससे पहले भी युवती को छत से नीचे फेंककर जान लेने की कोशिश की गई थी, लेकिन उस मामले पर भी युवती की कोई सुनवाई नहीं हुई. इसी तरह मंगलवार को भी युवती के साथ हैवानियत की गई है. उन्होंने बताया कि पीड़िता के मुख्यमंत्री और डीजीपी से मिलने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. शर्मा ने कहा कि पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए सड़कों पर भी उतरेंगे.
सुमन शर्मा कहा कि कहा कि भंवरी देवी अपनी सीडी लेकर मुख्यमंत्री से मिलने पहुंची थी. अगर मुख्यमंत्री कोई कार्रवाई करते तो भंवरी नहीं मरती. इसी तरह इस युवती की भी मुख्यमंत्री के यहां कोई सुनवाई नहीं हुई. किसी तरह से इसकी जान बची है. उन्होंने पुलिस महकमे पर भी कई सवाल खड़े करते हुए कहा कि घटना में पुलिस कांस्टेबल के शामिल होने के कारण पुलिस कार्रवाई करने में लापरवाही बरत रही है.