राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

UPSC Result 2019 : जयपुर के शिशिर ने 50वीं रैंक हासिल कर बनाया कीर्तिमान

संघ लोक सेवा आयोग ने मंगलवार को सिविल सर्विस परीक्षा 2019 का फाइनल परिणाम घोषित कर दिया. जिसमें जयपुर के शिशिर गुप्ता ने 50वीं रैंक हासिल की. जिसके बाद परिवार में खुशी का माहौल है. शिशिर को चौथे प्रयास में सफलता मिली है.

UPSC Result 2019, 50th rank in upsc
जयपुर के शिशिर ने 50वीं रैंक हासिल कर बनाया कीर्तिमान

By

Published : Aug 4, 2020, 6:33 PM IST

Updated : Aug 4, 2020, 7:22 PM IST

जयपुर. सिविल सेवा परीक्षा 2019 का अंतिम परिणाम जारी कर दिया गया है. परिणाम में राजधानी जयपुर के शिशिर गुप्ता ने 50वीं रैंक हासिल की है. शिशिर बचपन से ही आईएएस बनने का सपना देख रहे थे. उन्होंने चौथे प्रयास में ये मुकाम हासिल किया है.

शिशिर को चौथे प्रयास में सफलता मिली है

संघ लोक सेवा आयोग ने मंगलवार को सिविल सर्विस परीक्षा 2019 का फाइनल परिणाम घोषित कर दिया. देश की सबसे बड़ी और प्रतिष्ठित इस परीक्षा में मरुधरा के होनहारों ने भी अपना परचम लहराया. टॉप 100 में प्रदेश की प्रतिभाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. जहां एक ओर बीकानेर जिले के नोखा की परी विश्नोई ने 30वीं रैंक हासिल कर प्रदेश का मान बढ़ाया. वहीं जयपुर के होनहार शिशिर गुप्ता ने भारतीय सिविल सेवा के रिजल्ट में 50वीं रैंक अर्जित कर कीर्तिमान स्थापित किया.

पढ़ें:यूपीएससी : सिविल सेवा परीक्षा 2019 का परिणाम घोषित, पीएम ने दी बधाई

शिशिर ने आईआईटी मुंबई से बीटेक की पढ़ाई की है. उनके पिता सुरेश गुप्ता बस्सी के सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल हैं. जबकि मां शीला गुप्ता गृहणी है. बचपन से ही आईएएस बनने का सपना देख रहे शिशिर गुप्ता का ये चौथा प्रयास था. इससे पहले भी अपने दूसरे प्रयास में शिशिर साक्षात्कार तक पहुंचे थे. सफलता के बाद शिशिर ने बताया कि तीन बार असफल होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी. लगातार प्रयास करते रहे जिसका परिणाम ये है कि आज उन्होंने टॉप 100 में जगह बनाई है.

पढ़ें:भरतपुर: पुलिस हेड कांस्टेबल के बेटे का UPSC में चयन

शिशिर ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों के साथ-साथ दोस्तों को भी दिया. शिशिर ने बताया कि जब वो तैयारी कर रहे थे, तब फेसबुक का इस्तेमाल बंद कर दिया था. हालांकि टि्वटर ने पढ़ाई में बहुत सहयोग दिया. इसके साथ ही हर दिन समाचार देखने और पढ़ने का भी काफी फायदा मिला. अपने बेटे की सफलता के बाद शिशिर के माता-पिता भी काफी खुश हैं. उन्होंने बताया कि शिशिर पढ़ाई में बचपन से होशियार था. साथ ही पढ़ाई को लेकर कभी कोई समझौता नहीं किया. उनके परिवार में से पहले कोई आईएएस नहीं बना, शिशिर ने उन्हें गर्व करने का मौका दिया है.

Last Updated : Aug 4, 2020, 7:22 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details