जयपुर.प्रवासियों की घर वापसी को लेकर चल रही बस पॉलिटिक्स लगातार हावी होती जा रही है. बुधवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्विटर पर राजस्थान-यूपी बॉर्डर के कुछ वीडियो और इंटरव्यू डालते हुए प्रदेश सरकार और कांग्रेस नेताओं पर कई गंभीर आरोप लगाए. पूनिया ने यह तक कह डाला कि मुख्यमंत्री प्रियंका गांधी को खुश करने में लगे हैं, ताकि उनकी कुर्सी बची रहे. लेकिन इस सब नौटंकी से मजदूरों के साथ मजाक हो रहा है और श्रमिक अपमानित हो रहे हैं.
सतीश पूनिया ने कांग्रेस नेताओं पर लगाया आरोप ट्विटर पर डाले गए वीडियो के बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीडिया से रूबरू हुए पूनिया ने आरोप लगाया कि बसों को लेकर राजस्थान की धरती पर जो नौटंकी रची गई है, उसकी हकीकत जानने के लिए उन्होंने यह ट्वीट कर वीडियो डाले हैं. पूनिया के अनुसार प्रदेश के मुखिया ने जो राजनीति की है उससे ना तो राजस्थान के प्रवासियों का भला हुआ और ना ही जनता और सरकार का.
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पूनिया ने आरोप लगाया पहले तो मुख्यमंत्री कहते रहे कि हम 4000 बसें राजस्थान के प्रवासियों को लाने के लिए लगाएंगे, लेकिन जब वह काम नहीं कर पाए तो कहने लगे हमें ट्रेनें चाहिए. लेकिन केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने राज्यों को ऑफर कर दिया कि जो राज्य जितनी ट्रेनें मांगेंगे हम देंगे. उन्होंने कहा कि राजस्थान की ओर से ज्यादा ट्रेनें मांगी ही नहीं गई, जबकि अन्य राज्यों के लिए सैकड़ों ट्रेनें चला दी गई है और यह सब डॉक्यूमेंट एविडेंस भी है.
बस पॉलिटिक्स पर कांग्रेस नेता अदिति सिंह ने ही पोल खोल दी
सतीश पूनिया ने कहा, कि बस को लेकर कांग्रेस नेता केवल ओछी राजनीति कर रहे हैं और अब तो खुद कांग्रेस के ही नेता और वहां के स्थानीय विधायक अदिति सिंह ने भी ट्वीट के जरिए यह बात साफ कर दी है. खुद रायबरेली विधायक अदिति सिंह ने कहा है कि यह समय निम्न स्तर की राजनीति करने का नहीं है जोकि की जा रही है.
बसों के ड्राइवर कह रहे हैं कि हमें तो केवल भरतपुर तक चक्कर लगाने को कहा था-पूनिया
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने बुधवार को जो ट्वीट किया है, उसमें कुछ ड्राइवर के बयान भी डाले गए हैं. पूनिया के अनुसार जब स्थानीय भाजपा के नेता यूपी-राजस्थान के बॉर्डर पर गए तो वहां बसें खड़ी थी, लेकिन कोई यात्री उसमें नहीं बैठा था. ड्राइवर तो ये कह रहे थे कि उन्हें तो केवल भरतपुर-अलवर तक चक्कर लगाकर आने को कहा गया था.
पूनिया ने कहा, प्रवासी तो सड़कों पर पैदल चल रहे हैं और बसें बॉर्डर पर खड़ी है ये केवल नौटंकी है और कुछ नहीं. पूनिया के अनुसार जो बसें बॉर्डर पर खड़ी है उसमें अधिकतर स्कूल और कॉलेज की हैं, उनका पेमेंट कौन करेगा और इन सब से जो प्रवासी श्रमिकों का अपमान हुआ है वो अलग. उनके अनुसार इस समय इस तरह की नौटंकी नहीं किया जाना चाहिए बल्कि सरकार को इमानदारी से प्रवासी राजस्थानियों को राजस्थान में लेकर आना चाहिए.