जयपुर: राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) (REET) में हुई गड़बड़ियों को लेकर भाजपा सांसद (BJP MP) किरोड़ी लाल मीना (Kirori Lal Meena) का कहना है कि इस मामले में एसओजी (SOG) से काम नहीं चलेगा. इसकी सीबीआई जांच (CBI Investigation) होनी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने ऐसी घटनाओं पर लगाम कसने के लिए विधानसभा (Vidhansabha) में सख्त कानून बनाने की भी मांग की है.
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तमाम पेपर लीक मामले की हो CBI जांच
शहीद स्मारक (Shahid Smarak) धरनास्थल पर बैठे भाजपा सांसद ने मीडिया से पेपर लीक मामले की तस्दीक की. कहा- यह बात सही है कि रीट (REET), एसआई (SI) और जेईएन (JEN) भर्ती परीक्षा के पेपर लीक (Paper Leak) हुए हैं. राजस्थान में तो मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम नीट का पर्चा भी लीक (NEET LEAK) हुआ है. इन सबकी जांच सीबीआई से करानी चाहिए, महज एसओजी से काम नहीं चलेगा.
बेरोजगारों को खदेड़ना गलत
गुरुवार को धरना दे रहे बेरोजगारों पर पुलिस बल के इस्तेमाल को भी उन्होंने गलत बताया. बोले इस सख्त कार्रवाई की जरूरत नहीं थी. उन्होंने बेरोजगारों के प्रदर्शन को तर्कसंगत बताया. कहा कि रीट (REET), एसआई (SI) व जेईएन (JEN) परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर बेरोजगार अनशन पर बैठे थे और शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे. ऐसे लोगों पर पुलिस ने बल का इस्तेमाल किया. उनको बलपूर्वक भगा दिया.
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बेरोजगारों की मांग को ठहराया सही
किरोड़ लाल बेरोजगारों की आवाज बन रहे हैं. उन्होंने माना कि बेरोजगारों की मांग बिल्कुल जायज है. तर्क दिया कि जो छात्र कई-कई सालों तक मेहनत कर तैयारी करता है. पेपर आउट से ऐसे छात्रों का सपना चूर-चूर होता है.
बत्तीलाल पहुंच से दूर क्यों?
किरोड़ीलाल मीना ने कहा कि रीट पेपर लीक (REET Paper Leak) का मुख्य आरोपी बत्तीलाल मीना (Battilal Meena) ही अब तक गिरफ्तार नहीं हुआ है. हम धरना दे रहे हैं. इसके बावजूद बत्तीलाल पुलिस से बचा हुआ है. बत्तीलाल और उसके पीछे जो लोग हैं. वो गिरफ्तार होने चाहिए.
सांसद ने दोहराया कि इस मामले में केवल एसओजी (SOG)जांच से काम नहीं चलेगा. इस मामले की जांच सरकार को सीबीआई (CBI Investigation) से करवानी चाहिए. ताकि ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगे और होनहार बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो.
इस पर प्रतिबंध लगाने के लिए उन्होंने विधानसभा (Assembly) में एक सख्त कानून पारित कराने की सलाह दी है. जिसमें पेपर लीक और नकल करने वालों को कठोर सजा मिले और इस तरह की प्रवृत्ति को खत्म किया जा सके.
बेरोजगार युवा ही तय करेंगे आगे की रणनीति
किरोड़ी लाल मीना (kirorilal meena) ने कहा कि बेरोजगारों के बुलावे पर वह उनका साथ देने के लिए यहां आए हैं और उनकी आवाज बुलंद कर रहे हैं. इस आंदोलन की आगे की रणनीति बेरोजगार युवा ही तय करेंगे. जोर देकर कहा कि - जैसे ये आगे की रणनीति तय करेंगे. उसी हिसाब से वह चलने के लिए तैयार हैं.
बता दें कि अपनी मांगों को लेकर शहीद स्मारक पर प्रदर्शन कर रहे बेरोजगारों पर 30 सितंबर की रात को पुलिस कार्रवाई (Police Action) के बाद किरोड़ीलाल मीना (Kirori Lal Meeena) शहीद स्मारक पर धरनास्थल पर पहुंचे थे. इसके बाद वे रातभर धरनास्थल पर रहे. आज भी उनका धरना जारी है.