जयपुर.बीजेपी ने एक बार फिर गहलोत सरकार को अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक मामले को लेकर निशाना (Ramlal sharma target congress on minority and majority issue) साधा है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने चिंतन शिविर को लेकर कांग्रेस पर बोला हमला है. उन्होंने कहा कि बहुसंख्यक समाज के मंदिरों की जमीन को खुर्द-बुर्द किया जा रहा है, लेकिन तुष्टिकरण की राजनीति के चलते कांग्रेस पार्टी इस और कोई ध्यान नहीं दे रही है. गहलोत सरकार चिंतन शिविर में राजनेताओं की सभा में व्यस्त हैं.
चिंतन शिविर में अल्पसंख्यकों की चिंता
रामलाल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस का उदयपुर में चल रहे चिंतन शिविर में कांग्रेस पार्टी की कार्यकारी अध्यक्षा सोनिया गांधी ने अल्पसंख्यक वर्ग को लेकर चिंता जाहिर की है. वास्तविकता के अंदर तुष्टिकरण की राजनीति करने का काम कांग्रेस पार्टी अभी से नहीं देश के आजादी के बाद से लगातार करती आ रही है. बहुसंख्यक समाज का अपमान करने का काम भी कांग्रेस करती रही है. देश में वक्फ बोर्ड के अंदर एक कानूनी अधिकार के साथ-साथ उसको न्यायिक अधिकार भी है. क्या आपने चिंता की है कि बहुसंख्यक समाज के मंदिरों की जमीनों को भी खुर्द-बुर्द किया जा रहा है और प्रदेश में इन जमीनों का रखवाला कोई नहीं है.
रामलाल का गहलोत सरकार पर हमला पढ़ें.Chidambaram In Nav Sankalp Shivir: पूर्व वित्त मंत्री बोले इकोनॉमिक पॉलिसी को फाइन ट्यून करने की जरूरत
प्रदेश में देवस्थान विभाग जरूर बनाया गया है, लेकिन विभाग को केवल कानूनी अधिकार है. संवैधानिक अधिकार और न्यायिक अधिकार देवस्थान विभाग को नहीं प्राप्त है. रामलाल शर्मा ने सवाल किया कि क्या चिंतन शिविर के दौरान कांग्रेस इस बात की चिंता भी करेगी कि बहुसंख्यक समाज की संपत्तियां जो खुर्द-बुर्द की जा रही है, उनको बचाने के लिए इस बोर्ड को न्यायिक शक्तियां प्रदान की जाए ताकि बहुसंख्यक समाज के प्रति आपके मन में कुछ तो भाव प्रकट हो. बहुसंख्यक समाज का अपमान करना और अल्पसंख्यक के नाम पर समुदाय विशेष को लेकर तुष्टिकरण की राजनीति करना कांग्रेस पार्टी की शुरू से आदत रही है. कांग्रेस पार्टी का आज इस गर्त में पहुंचने का सबसे बड़ा कारण भी यही रहा है.
पढ़ें.कांग्रेस के चिंतन शिविर से पहले कटारिया का हमला, कहा- चिंतन करें...चिंता नहीं
चिंतन शिविर में सोनिया गांधी ने यह कहा था
राजस्थान के उदयपुर में शुरू हुए कांग्रेस के चिंतन शिविर में सोनिया गांधी ने ध्रुवीकरण और अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न को लेकर आवाज उठाते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि देश में लोग डर के माहौल में जी रहे हैं. उन्होंन इसके लिए सीधे तौर पर केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया था. उन्होंने कहा था कि यह स्पष्ट हो चुका है कि प्रधानमंत्री मोदी और सरकार में उनके सहयोगियों की ‘मैक्सिमम गवर्नेंस, मिनिमम गवर्नमेंट’ से क्या आशय है. इससे मतलब देश में लगातार ध्रुवीकरण का माहौल बनाना है. सोनिया ने कहा था कि लोगों को लगातार डर और असुरक्षा के माहौल में रहने को बाध्य किया जा रहा है. द्वेषपूर्ण भावना से अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है और और उनका उत्पीड़न हो रहा है. उन्होंने अल्पसंख्यक भी इसी गणतंत्र देश के रहने वाले हैं.