जयपुर. गहलोत सरकार के मंत्री रामलाल जाट ने सोमवार को केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना और उदयपुर हत्याकांड को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना से देश आतंकवाद की ओर जाएगा. उन्होंने कहा कि जहां सांसद और विधायक को 1 साल अपने पद पर रहने के बाद पेंशन मिलती है तो वहीं एक नौजवान साथी को 4 साल की नौकरी दी जा रही है और उसे पेंशन भी नहीं दे रहे. रामलाल जाट ने कहा कि ऐसा कर (Indian Army Agnipath Recruitment 2022) मिलिटेंट खड़ा कर रहे हो. एक अलग तरह की आतंकवाद की ओर जाने के लिए देश को खड़ा कर रहे हो, जो गलत है. उन्होंने कहा कि भाजपा के इस कृत्य को युवा भी समझेगा, जनता भी समझेगी और वोटों के माध्यम से इन्हें सबक सिखाएगी. विपक्षी पार्टी होने के नाते हम ऐसी योजनाओं का हमेशा विरोध करेंगे.
वहीं, राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल की नृशंस हत्या के बाद जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एक मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने ऐसे अपराधियों को उसी समय ठोकने की बात कही थी तो अब गहलोत सरकार में ही दूसरे मंत्री रामलाल जाट ने उदयपुर जैसी घटना को अंजाम देने वाले आतंकियों के लिए केंद्र सरकार से सरेआम फांसी पर लटकाने की मांग की है. सोमवार को जयपुर में रामलाल जाट ने कहा कि मैं चाहता हूं कि देश में ऐसा कानून बने कि निर्दोष लोगों को मारकर धार्मिक भावना भड़काने वाले लोगों को सरेआम फांसी पर लटकाया जाए. मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि जब ऐसे लोगों को सार्वजनिक फांसी पर लटकाया जाएगा तभी दूसरे लोगों को सबक मिलेगा और ऐसा करने का कोई प्रयास नहीं करेगा.
भाजपा देश में मुगलों, अंग्रेजों और राजाओं की तरह घर्म के नाम पर बांटकर राज करने का कर रही प्रयास : मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि हर किसी को पता है कि इस घटना से फायदा किसे हुआ. उन्होंने कहा कि उकसाने का काम नूपुर शर्मा ने किया, उसके बाद मौलाना ने किया, तभी उदयपुर की घटना हुई. जाट ने कहा कि नूपुर शर्मा यह बयान नहीं देतीं तो मौलाना भी नहीं बोलते और आज (Udaipur Murder Case) कन्हैयालाल जिंदा होते. रामलाल जाट ने कहा कि सनातन धर्म में विश्व कल्याण और प्राणी मात्र की रक्षा की बात है, किसी भी धर्म को तोड़ने-मरोड़ने की इजाजत नहीं है. जबकि मंत्री गजेंद्र सिंह समेत कई लोग ऐसे स्टेटमेंट देते हैं जो उनकी गरिमा के अनुसार नहीं है.