जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अपनी कैबिनेट का विस्तार कर चुके हैं. अब मोदी के मंत्रिमंडल और मंत्रिपरिषद में कुल मिलाकर 77 मंत्री हैं, लेकिन मोदी कैबिनेट का विस्तार राजस्थान के जाट नेताओं को रास नहीं आया है. यही कारण है कि राजस्थान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की टीम के सिपहसालार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव रामसिंह कस्वां ने मोदी कैबिनेट में जाट समाज से एक भी कैबिनेट दर्जे का मंत्री नहीं होने पर सवाल खड़े किए हैं.
रामसिंह कस्वां ने कहा कि किसान आंदोलन का नेतृत्व जाट जाति के लोग ही ज्यादा कर रहे हैं, जो पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश में चल रहे किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं.
किसान आंदोलन का नेतृत्व जाट समाज की ओर से करने के कारण ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जाटों से नाराज हैं. क्योंकि जाट इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं. यही कारण है कि मोदी ने अपनी कैबिनेट में जाट समाज को अवॉइड किया है, नहीं तो ऐसा कोई कारण नहीं था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूरी कैबिनेट में एक भी कैबिनेट दर्जे का मंत्री जाट कम्युनिटी से ना हो.