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जयपुर: जनजाति अंचल में गांधी जयंती से नेहरू जयंती तक चलेगा 'ऑपरेशन विद्या भूमि' अभियान

प्रदेश में जनजातीय विभाग द्वारा आश्रम, छात्रवासों और आवासीय विद्यालयों की आवंटित भूमि का राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज कराया जाएगा. इसको लेकर जनजाति अंचल में 2 अक्टूबर से 14 नवम्बर तक 'ऑपरेशन विद्या भूमि' अभियान चलाया जाएगा.

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जनजाति अंचल में गांधी जयंती से नहरू जयंती तक चलेग 'ऑपरेशन विद्या भूमि' अभियान

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Published : Sep 30, 2020, 1:55 AM IST

जयपुर. प्रदेश में जनजातीय विभाग द्वारा आश्रम, छात्रवासों और आवासीय विद्यालयों की आवंटित भूमि का राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज कराया जाएगा. इसको लेकर जनजाति अंचल में 2 अक्टूबर से 14 नवम्बर तक 'ऑपरेशन विद्या भूमि अभियान' चलाया जाएगा. साथ ही विभाग इस बात की जानकारी जुटा रहा है कि इनमें से कितने छात्रवासों और आवासीय विद्यालयों में बाउंड्री वॉल की गई है. जनजाति क्षेत्र विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश्वर सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे विभाग के समस्त आवासीय विद्यालय, आश्रम , छात्रावासों, स्कूलों और मां बड़ी केंद्रों को आवंटित भूमि का राजस्व रिकॉर्ड अमल दरामद करवाना सुनिश्चित करें.

जनजाति अंचल में गांधी जयंती से नहरू जयंती तक चलेग 'ऑपरेशन विद्या भूमि' अभियान

राजेश्वर सिंह ने बताया कि विभाग के समस्त संस्थानों को आवंटित भूमि का राजस्व रिकॉर्ड में अमल दरामद नहीं हुआ है. उनका राजस्व रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने के लिए 2 अक्टूबर महात्मा गांधी जयंती से 14 नवंबर पंडित जवाहरलाल नेहरू जयंती यानी बाल दिवस तक ऑपरेशन विद्या भूमि नाम से विशेष अभियान चलाया कर यह कार्य पूर्ण किया जाएगा. राजेश्वर सिंह ने बताया कि जनजाति क्षेत्र विकास विभाग के अधीन राज्य में 372 आश्रम और छात्रावास, 21 एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल, 13 रीजनल स्कूल, 2 मॉडल पब्लिक रेजिडेंशियल स्कूल, 13 खेल छात्रावास, 7 कॉलेज छात्रावास, 6 बालिका बहुउद्देश्यीय छात्रावास और 2609 मां बड़ी केंद्र संचालित है.

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अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश्वर सिंह ने ने टीएडी के समस्त उपायुक्तों अतिरिक्त, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद और पदेन परियोजना अधिकारी मांडा को अपने विस्तृत दिशा निर्देशों में कहा कि वे संबंधित विद्यालय के संस्था प्रधान, संबंधित छात्रावास के वार्डन और संबंधित मां बाड़ी केंद्रों के शिक्षा सहयोगी से निर्धारित प्रपत्र में अंतर्गत सूचना प्राप्त करके इन संस्थाओं को आवंटित भूमि का राजस्व रिकॉर्ड में अमल दरामद नहीं हुआ है उनका अभियान अवधि के दौरान आवंटित भूमि को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज करवाने के लिए संबंधित जिला कलेक्टर उपखंड अधिकारी तहसीलदार को अनुरोध पत्र प्रेषित कर संपूर्ण प्रक्रिया के दौरान पूर्ण करना सुनिश्चित करे. राजेश्वर सिंह ने बताया कि सभी का राजस्व रिकॉर्ड तैयार होने के बाद बाउन्ड्री वॉल किया जाए, जिससे अतिक्रमण के संभानाओं पर रोक लग सके.

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