जयपुर. सीएम गहलोत ने कहा कि मुहर्रम का यह महीना इंसानियत और मोहब्बत का पैगाम देता है. इस मुबारक मौके पर हमें त्याग और बलिदान की भावना के साथ समाज को मजबूती देने, देश और प्रदेश के लिए किसी भी तरह की कुर्बानी देने के लिए तैयार रहने का संकल्प लेना चाहिए.
सीएम गहलोत ने कहा कि ऐसे मौके पर लोग एक दूसरे से मेल मुलाकात करते हैं, लेकिन हमें इस बात का भी ध्यान रखना है कि कोरोना संक्रमण का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है. तीसरी लहर की आशंका लगातार बनी हुई है. ऐसे में हम कोशिश करें कि किसी भी तरह की लापरवाही नहीं हो. सीएम गहलोत ने कोरोना गाइडलाइन की पालना की अपील की.
मुहर्रम को लेकर गाइडलाइन : मुहर्रम को लेकर केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के बाद राज्य सरकार ने भी छुट्टी के साथ-साथ गाइडलाइन जारी कर दी है. रिपोर्ट के मुताबिक, मुहर्रम को लेकर 19 अगस्त का दिन तय किया गया था, लेकिन केंद्र सरकार ने जामा मस्जिद के चांद देखने की सूचना के आधार पर बताया कि मुहर्रम 20 अगस्त को मनाया जाएगा. इसके बाद राज्य में सरकारी छुट्टी 19 अगस्त के बदले 20 अगस्त को घोषित हुई है. कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए इस साल मुहर्रम पर ताजिया और जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी गई है, लेकिन घरों के अंदर ताजिया निकाले जा सकते हैं.
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दरअसल, मुहर्रम का महीना इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना होता है. यह महीना शिया और सुन्नी मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. इस्लामिक मान्यताओं के मुताबिक पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद के नाती हजरत इमाम हुसैन को इसी मुहर्रम के महीने में कर्बला की जंग में परिवार और दोस्तों के साथ शहीद कर दिया गया था. जिसके चलते इसे गम का महीना भी माना जाता है. अंग्रेजी कैलेंडर को देखें तो इस साल मुहर्रम का इस्लामिक महीना 11 अगस्त से शुरू हुआ है. मुहर्रम का दसवां दिन आशूरा होता है और इस दिन मुहर्रम मनाया जाता है.