जयपुर. मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने रविवार को जयपुर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय जाट संसद कार्यक्रम के दौरान केंद्र और अंबानी-अडानी पर जमकर निशाना (Satya Pal Malik targets ambani and adani) साधा. उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार किसानों के हित में काम नहीं कर रही (Satya Pal Malik on Modi Government) है. किसानों के हक के लिए मैं पूरी ताकत से लड़ाई लडूंगा.
माफी मांग कर कानून वापस लिए- राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि जब किसान आंदोलन में हमारे लोग सड़कों पर मरने लगे, तब मैं अपना इस्तीफा जेब में लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने गया. उन्होंने कहा कि मैंने पीएम मोदी को समझाया कि इन लोगों के साथ ज्यादती हो रही है. कुछ ले-देकर इन्हें हटा दीजिए. उन्होंने कहा कि चले जाएंगे. मैंने उनसे कहा कि आप इन्हें जानते नहीं, यह तब जाएंगे जब आप चले जाएंगे. उन्होंने कहा कि तब वह नहीं माने, लेकिन बाद में उन्हें समझ में आया और उन्होंने माफी मांग कर कानून वापस लिए.
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जेब में इस्तीफा लेकर घूमता हूं- मलिक ने कहा कि मैं जेब में इस्तीफा लेकर घूमता हूं और मां के पेट से गवर्नर बन कर नहीं आया था. इसलिए मैंने सोच रखा है कि रिटायर होने के बाद किसानों के हक के लिए पूरी ताकत से लडूंगा. मेरे दो कमरे का घर ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है, इसीलिए किसी से भी पंगा लेने की क्षमता रखता हूं. सत्यपाल मलिक ने मोदी सरकार के तीन कृषि कानून को लेकर कहा कि किसानों ने लड़ाई लड़ी और आखिरकार सरकार को तीन काले कानून वापस लेने पड़े. अब एमएसपी के लिए लड़ाई जरूरी है. उन्होंने मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि समय रहते एमएसपी पर कानून नहीं बना तो देश में किसानों और सरकार के बीच भयंकर लड़ाई होगी.