जयपुर.मुख्यमंत्री सलाहकार और विधायकों की राजनीतिक नियुक्ति पर लगातार सवाल उठा रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ पर जलदाय मंत्री महेश जोशी और बीसूका उपाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान ने तंज (Mahesh Joshi and Chandrabhan target Rajendra Rathore) कसा है. जोशी ने कहा कि राठौड़ को कोई भी गंभीरता से नहीं लेता और न बीजेपी ही अपना मानती है. संघ भी उनके साथ नहीं है. डॉ. चंद्रभान ने राजेंद्र राठौड़ के प्रतिपक्ष के उपनेता पद पर सवाल खड़े किये हैं.
जोशी और डॉ. चंद्रभान ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में यह बात कही. जोशी ने कहा कि राजेंद्र राठौड़ को अब कोई गंभीरता से नहीं लेता जिस करण उन्हें चिल्ला-चिल्ला कर अपनी बात कहना पड़ती है और जताना पड़ता है कि वह भाजपा और संघ के नेता हैं जबकि न बीजेपी उन्हें अपना मानती है और न ही संघ. जोशी ने कहा कि राठौड़ उनके मित्र हैं लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में वह अपनी साख खोते जा रहे हैं.
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जोशी के अनुसार जनप्रतिनिधि को तथ्यात्मक बात करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि राजनीतिक नियुक्तियों में सीए ने ही मंत्री का पद दिए जाने से इनकार कर दिया और मुख्यमंत्री की नियुक्ति पर सवाल उठाने वाले भूल गए कि कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी ने भी जब ऑफिस ऑफ प्रॉफिट की बात आई थी तो खुद लोकसभा से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद दोबारा चुनाव जीतकर वह लोकसभा में आईं थीं. जलदाय मंत्री ने कहा कि कानून एवं संविधान का सम्मान करना कांग्रेस से बेहतर कोई नहीं जानता. जोशी ने विधानसभा के भीतर चल रहे गतिरोध के लिए भी भाजपा को जिम्मेदार ठहराया.
उप नेता प्रतिपक्ष का विधानसभा में कोई पद ही नहीं: डॉ. चंद्रभान
बीसूका उपाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान ने भी राजेंद्र राठौड़ की ओर से विधायकों को दी गई राजनीतिक नियुक्तियों के खिलाफ राज्यपाल को लिखे गए पत्र के मामले में प्रतिक्रिया दी है. डॉ. चंद्रभान ने कहा कि राजेंद्र राठौड़ किस हैसियत से खुद का पद उपनेता प्रतिपक्ष लिखते हैं जबकि विधानसभा में ऐसा कोई पद होता ही नहीं है. चंद्रभान के अनुसार राठौड़ विपक्ष में है और विपक्ष का काम आरोप लगाना है लेकिन विपक्ष के आरोपों में कोई दम नहीं है.