जयपुर. रिंग रोड को एक्सीडेंट जोन बनने से रोकने के लिए अजमेर रोड, टोंक रोड और आगरा रोड पर क्लोवरलीफ बनने हैं. इनमें से अजमेर रोड और टोंक रोड पर बनने वाले क्लोवरलीफ का रास्ता साफ हो चुका है, लेकिन आगरा रोड पर बड़ी जमीनी समस्या आ रही है.
जेडीए ने रिलायंस को भेजा क्लोवरलीफ प्रस्ताव दरअसल, यहां रिलायंस पेट्रोल पंप मौजूद है और इसी जमीन पर क्लोवरलीफ बनना है, लेकिन जमीन को अवाप्त करने और इसके लिए मुआवजे को लेकर विवाद चल रहा है. हालांकि अब पेट्रोल पंप के लिए चित्रकूट स्टेडियम के पास जयपुर दिल्ली एक्सप्रेस वे पर सर्विस लेन से लगती हुई जमीन का प्रस्ताव तैयार कर मंजूरी के लिए राज्य सरकार को भिजवाया गया था.
सरकार ने इस प्रस्ताव पर मंजूरी दी है और अब ये प्रस्ताव रिलायंस को भेजा गया है. इस जमीन का क्षेत्रफल लगभग 1100 वर्ग मीटर बताया जा रहा है. इस संबंध में जेडीए सचिव अर्चना सिंह ने बताया कि मार्केट वैल्यू को देखते हुए रिलायंस ने जमीन आवंटन पर सैद्धांतिक सहमति दी है. अब माना जा सकता है कि ये विवाद जल्द सुलझ जाएगा.
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आपको बता दें की अजमेर-टोंक-आगरा हाईवे की सीमा में जेडीए को क्लोवरलीफ के लिए 35 हेक्टेयर जमीन एनएचएआई को सौंपनी है. 34 हेक्टेयर के विवाद सुलझ चुके हैं. फिलहाल, आगरा रोड पर समस्या बनी हुई है, चूंकि एनएचएआई विवाद निपटारे के बाद ही काम शुरू करेगा और क्लोवरलीफ के बिना रिंग रोड दुर्घटनाओं को न्योता देगी. ऐसे में अब रिंग रोड को लेकर निगाहें जेडीए द्वारा रिलायंस को भेजे गए प्रस्ताव पर टिकी है.