जयपुर.प्रदेश का सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले विभागों में परिवहन विभाग एक मुख्य विभाग है. राज्य सरकार ने परिवहन विभाग को पांचवें नंबर का दर्जा भी दिया है. इस वित्तीय वर्ष के अंतर्गत परिवहन विभाग को 6000 करोड़ का राजस्व लक्ष्य हासिल करना था, लेकिन अब मार्च का महीना ही बचा हुआ है और परिवहन विभाग ने अभी तक 3800 करोड़ का राजस्व लक्ष्य हासिल कर लिया है.
ऐसे में विभाग के लिए इस महीने के अंतर्गत राजस्व हासिल करना एक बड़ी चुनौती भी है. इसको लेकर परिवहन आयुक्त रवि जैन लगातार प्रदेश के आरटीओ डीटीओ और परिवहन निरीक्षकों के साथ राजस्व हासिल करने के हरसंभव प्रयास करते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी कर रहे हैं. वहीं, इसके साथ ही लगातार परिवहन यूनियन के भी परिवहन आयुक्त से मिलकर परिवहन विभाग के निरीक्षकों के जबरदस्ती चालान काटने के मामले भी सामने आ रहे हैं. बीते दिनों की ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर वेलफेयर सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश बड़बड़वाल के नेतृत्व में ट्रांसपोर्ट अधिकारियों से मुलाकात की गई थी. शाहपुरा के अंतर्गत परिवहन निरीक्षकों की ओर से किए जा रहे चालानों को लेकर भी उन से अवगत कराया था. rto के प्रदर्शन की बात की जाए, तो सबसे अधिक राजस्व इस वित्तीय वर्ष में जयपुर आरटीओ को 1205 करोड़ का का अर्जित करना है. इसमें से जयपुर आरटीओ ने अभी तक 626 करोड़ रुपए भी अर्जित कर लिए गए हैं.