जयपुर. राजस्थान विधानसभा में बुधवार को उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने बीते दिनों हो रही लगातार दुर्घटनाओं में मृत्यु की बात विधानसभा में उठाई. उन्होंने हाल ही में हुई दुर्घटनाओं और उनमें मौत का जिक्र करते हुए कहा कि दुर्घटना में मरने वालों की चिता ठंडी भी नहीं होती है और आरोपी जमानत लेकर चले जाते हैं.
राजस्थान विधानसभा में उठा सड़क दुर्घटनाओं का मामला उन्होंने मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से कहा कि राजस्थान सड़क दुर्घटनाओं में देश में चौथे स्थान पर है, राजस्थान में जहां पांच हत्याएं रोज की होती हैं तो वहीं 29 हत्या हर महीने हत्यारी सड़कें कर देती हैं. राठौड़ ने सरकार से मांग की कि वाहन चालक जिससे किसी की मौत हो जाए उसका लाइसेंस रद्द किया जाए. उन्होंने कहा कि दुर्घटना में किसी को मारने वाले के लिए स्पेशल पीपी नियुक्त किया जाए और फास्टट्रैक कोर्ट में यह मामले चले.
जिसके जवाब में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि हम भी प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं से काफी चिंतित हैं और इसे गंभीरता से ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि जेडीए चौराहे पर जिस दिन दुर्घटना हुई उसी दिन अधिकारियों को बुलाकर मौके पर भेजा और कार्रवाई के निर्देश दिए. वहीं, उन्होंने कहा कि जेएलएन मार्ग में क्या कुछ खामियां हैं जिससे कि एक्सीडेंट हो रहे हैं, यह देखने के लिए एमएनआईटी के स्टूडेंट्स को लगाया गया है जो यह देखेंगे कि सरकार क्या व्यवस्था करे कि दुर्घटना ना हो. खाचरियावास ने कहा कि रात को लेट तक जो लोग बाहर चल रहे हैं और जो रात को शराब पीकर निकलते हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई करेंगे.
प्रताप सिंह खाचरियावास ने सदन में जानकारी दी कि सड़क दुर्घटना को रोकने के लिए ग्राम पंचायतों से लेकर वार्ड तक 50-50 सड़क सुरक्षा अग्रदूत बनाएंगे जो एनजीओ के साथ मिलकर लोगों को हेलमेट भी बाटेंगे. वहीं, उन्होंने कहा कि जो भी एक्सीडेंट कर रहे हैं उनके लाइसेंस कैंसिल किए गए और जिनसे किसी की मौत हो गई है उनके लिए सख्त कार्रवाई कैसे हो इसके लिए कमेटी बनाई गई है. जिनकी रिकमेंडेशन आने के बाद कार्रवाई के लिए नई व्यवस्था लागू होगी.