जयपुर. चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि को हिन्दू नववर्ष 2078 की शुरुआत होगी. वैदिक शास्त्रों के अनुसार सृष्टि के रचयिता भगवान ब्रह्ना जी ने चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को इस संसार को रचा था. इसलिए इस पावन तिथि को 'नव संवत्सर' पर्व के रूप में मनाया जाता है. ऐसे में इस दिन 9 ग्रहों की सरकार के नए मंत्रिमंडल का भी विस्तार होगा. साथ ही आर्थिक प्रगति के साथ महिलाओं का वर्चस्व भी बढ़ेगा. वहीं भौतिक सुख-सुविधाओं के बढ़ने की संभावनाएं भी रहेगी.
हिंदू नववर्ष 2078 के शुभारंभ के साथ ही होगा ग्रहों की सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार, जाने किस ग्रह को कौनसा पद मिलेगा...
13 अप्रैल को चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि को हिन्दू नववर्ष 2078 की शुरुआत होगी. इस दिन 9 ग्रहों की सरकार के नए मंत्रिमंडल का भी विस्तार होगा. नए मंत्रिमंडल में मंगल ग्रह को 3 पद और चंद्रमा व शुक्र को 2-2 पदभार ग्रहण करेंगे. जिसमें मंगल राजा, मंत्री और वर्षा के स्वामी मेघेश की जिम्मेदारी संभालेंगे और वित्त मंत्री गुरु हैं.
राजस्थान में गहलोत सरकार के मंत्रीमंडल के विस्तार के भले ही कयास लग रहे हो लेकिन पूरे भूमंडल पर राज करने वाले 9 ग्रहों की सरकार के नए मंत्रिमंडल का गठन होने जा रहा है. 13 अप्रैल को चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन हिन्दू नववर्ष के शुभारंभ के दिन नए मंत्रिमंडल में मंगल ग्रह को 3 पद और चंद्रमा व शुक्र को 2-2 पदभार ग्रहण करेंगे. जिसमें मंगल राजा, मंत्री और वर्षा के स्वामी मेघेश की जिम्मेदारी संभालेंगे और वित्त मंत्री गुरु हैं.
मंगलवार को नव संवत्सर के प्रारंभिक दिन होने और सूर्य मेष राशि में मंगलवार के आने से राजा और मंत्री दोनों ही पद मंगल को प्राप्त हुए हैं. जबकि शनि देव को इस नए मंत्रिमंडल में कोई भी विभाग नहीं मिलेगा. यानी उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया गया है.
वही इसके प्रभाव की बात करें तो भारतवर्ष में युद्ध, हिंसा और आंतक भी देखने को मिलेंगे. ऐसी स्थिति में इस दिन नवरात्रों का शुभारंभ और हिन्दू वर्ष का आगाज होने से किसानों के लिए भी अच्छे संकेत हैं. इस बार अच्छी बरसात होने से फसल की अच्छी पैदावार भी होगी. वहीं हिन्दू नववर्ष की कुंडली के प्रारंभ में 12वें स्थान पर राहु वर्ष लग्न के साथ बैठा हुआ है. जिसके चलते असाध्य बीमारी जैसे कोरोना, जानलेवा कैंसर आदि का प्रभाव बढ़ेगा. इसके अलावा महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार और हिंसा पर लगामी लगेगी और निश्चित रूप से महिलाओं का सम्मान बढ़ेगा.