जयपुर. राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा के प्रभारी महामंत्री अरुण सिंह के बयानों पर प्रसन्नता और नाराजगी दोनों जाहिर करते हुए खूब व्यंग्य किए. डोटासरा ने कहा कि राज्य सरकार का कोरोना के दौरान बेहतरीन प्रबंधन रहा. जिसकी तारीफ भाजपा के अरुण सिंह ने भी कर दी है. डोटासरा ने कहा कि अरुण सिंह ने यह भी माना कि 3 सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा का प्रबंधन सही नहीं था और कांग्रेस के खिलाफ कोई Anti-Incumbency नहीं थी. जिससे साबित होता है कि गहलोत सरकार बेहतरीन काम कर रही है.
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अरुण सिंह के बयानों पर प्रसन्नता जाहिर करने के साथ ही डोटासरा ने नाराजगी भी जताई. डोटासरा ने कहा कि अरुण सिंह राजस्थान आकर राजस्थान के चुने हुए प्रतिनिधियों को धमकाने का काम कर रहे हैं जो कि राजस्थान की कभी परंपरा नहीं रही. उन्होंने अरुण सिंह के उस बयान पर नाराजगी जतायी जिसमें उन्होंने कहा था कि पोस्टर पर किसकी फोटो लगेगी या नहीं लगेगी यह बात किसी के समझ में नहीं आती है तो समझा दी जाएगी. इस तरीके की भाषा का प्रयोग करना राजस्थान की परंपरा के विपरीत है.
भाजपा नेता अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं
डोटासरा ने कहा कि भाजपा के नेता आज कह रहे हैं कि भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री का कोई चेहरा नहीं होता बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़े जाते हैं. जबकि इतिहास गवाह रहा है कि साल 2013 में तत्कालीन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजनाथ सिंह और साल 2018 में तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री का चेहरा राजस्थान में घोषित किया था. उन्होंने कहा कि आज भाजपा में आपसी टकराव चरम पर है और भाजपा बिखराव की ओर जा रही है जिसके चलते भाजपा नेता अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं.
डोटासरा ने कहा कि भाजपा का एक गुट ये कह रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं होता है तो दूसरा गुट और कुछ विधायक व्यक्ति विशेष को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की मांग कर रहे हैं. ऐसी परिस्थितियों में भाजपा के प्रभारी महामंत्री ने जो मुट्ठी भर लोगों को धमकाने की भाषा में संबोधित किया है यह राजनीति की गरिमा के विपरीत है. वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के पर्दे के पीछे कुछ नहीं करता वाले बयान पर भी व्यंग्य कसा.