जयपुर. वन विभाग ने प्रदेश का चौथा टाइगर रिजर्व बनाने की कवायद शुरू कर दी है. साथ ही जूली फ्लोरा को वन क्षेत्र से हटाने, गाइड भर्ती करने और टाइगर रिजर्व से गांवों को विस्थापित करने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी. सीएम अशोक गहलोत के निर्देश पर वन राज्य मंत्री सुखराम विश्नोई ने सोमवार को टाइगर फाउंडेशन की समीक्षा बैठक ली और सरकार के स्तर पर हुए निर्णय की क्रियान्वयन के लिए दिशा-निर्देश भी दिए.
वन मंत्री विश्नोई ने की टाइगर फाउंडेशन की समीक्षा बैठक टाइगर फाउंडेशन की बैठक में वन मंत्री सुखराम विश्नोई ने प्रदेश के तीनों टाइगर रिजर्व के समस्त कार्यों की समीक्षा की और आने वाले वर्ष की कार्ययोजना पर चर्चा की. बैठक में विश्नोई ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चाहते हैं कि वन्यजीवों के संरक्षण के लिए जूली फ्लोरा को हटाया जाए. इसके लिए उन्होंने तीनों टाइगर रिजर्व और शेष वन क्षेत्र में कब तक कार्रवाई होगी के जानकारी की मांग की. साथ ही वन क्षेत्र की सड़कों को दुरुस्त करने, पर्यटन बढ़ाने और आय के साधन बढ़ाने पर भी तीनों जिलों के अधिकारियों से योजना की मांग की गई.
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वहीं, इस दौरान प्रदेश के कुंभलगढ़ में चौथा टाइगर रिजर्व बनाने और वहां बाघों को शिफ्ट करने की योजना पर भी चर्चा की गई. चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन ने बताया कि अनुमति मिलने के बाद रणथम्भोर से कुछ बाघ कुंभलगढ़, रामगढ़, विषधारी और सरिस्का शिफ्ट किए जाएंगे. मध्यप्रदेश से बाघों का आदान-प्रदान और सरिस्का बाघ पुनर्वास योजना में तेजी लाने को लेकर भी चर्चा की गई. वहीं, तीनों टाइगर रिजर्व से गांवों को विस्थापित करने पर भी चर्चा की गई.
मंत्री सुखराम विश्नोई ने बताया कि जल्द ही विस्थापन कार्य शुरू कर दिए जाएंगे. रणथम्भोर, सरिस्का और मुकुंदरा में पर्यटन सुविधाओं की कमी है. इसके लिए तीनों टाइगर रिजर्व के सीसीएफ ने प्रस्ताव रखा कि जल्द ही नई गार्ड की भर्ती की जाए और ईडीएफ के चुनाव भी करवाए जाए. इस पर मंत्री ने सहमति दी और कहा कि जल्दी प्रस्ताव सरकार को भेजकर इसके लिए अनुमति ली जाएगी.
वहीं, मंत्री ने तीनों सीसीएफ और डीएफओ से अपने रिजर्व से संबंधित सुझाव मांगे और राजस्व विकास वन्य जीव संरक्षण और पौधारोपण की रिपोर्ट भी मांगी. मंत्री ने बैठक में अधिकारियों को कहा कि वन्य जीव संरक्षण में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि अधिकारी प्रतिदिन मॉनिटरिंग रिपोर्ट देखें और इसे कंपाइल कर हर सप्ताह अरण्य भवन भेजें. साथ ही हाईटेक सुविधा और रेडियो कॉलर खरीद पर भी चर्चा की गई.
बैठक में मंत्री सुखराम बिश्नोई ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सीएम ने बैठक के दौरान जो निर्देश दिए थे उनकी पालना सुनिश्चित की जाए. वहीं, बैठक में यह भी संकेत दिया गया कि जल्दी ही मानद वन्यजीव स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड का गठन भी किया जाए.