जयपुर. गर्मी के मौसम में इस बार प्रदेश की जनता को बिजली कटौती की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा. प्रदेश में पारा चढ़ने के साथ ही बिजली की खपत बढ़कर प्रतिदिन 24 लाख यूनिट हो गई है, लेकिन खपत की तुलना में उत्पादन भी बढ़ा है. राजस्थान बिजली उत्पादन निगम की प्रदेश में संचालित नौ उत्पादन इकाइयों से वर्तमान में 6 हजार 617 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है. हालांकि उत्पादन इकाइयों की क्षमता इससे अधिक है, लेकिन जितना उत्पादन हो रहा है, वह बिजली खपत की तुलना में अधिक है. डिस्कॉम अधिकारी भी इस बार बिजली के बढ़े हुए लोड को लेकर चिंतित नहीं दिख रहे हैं.
प्रदेश में गर्मी में पहली बार खपत की तुलना में अधिक बिजली उत्पादन - खपत
प्रदेश में पारा चढ़ने के साथ ही बिजली की खपत बढ़कर प्रतिदिन 24 लाख यूनिट हो गई है, लेकिन खपत की तुलना में उत्पादन भी बढ़ा है. इसके कारण डिस्कॉम अधिकारी भी बिजली के बढ़े लोड को लेकर चिंतित नहीं दिख रहे हैं.
उत्पादन अधिक इसलिए रात को पावर हाउस करने पड़ते हैं बंद
राजस्थान बिजली वितरण निगम लिमिटेड से जुड़े अधिकारियों के अनुसार प्रदेश में पिछले साल की तुलना में इस बार गर्मी में 11 फीसदी बिजली की खपत बढ़ी है. बिजली का यह लोड ग्रामीण इलाकों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में अधिक बढ़ा है. बावजूद इसके अब तक बाहर से बिजली खरीदनी नहीं पड़ी है. हालांकि जब लोड अधिक बढ़ जाता है तब एक्सचेंज से कुछ बिजली जरूर ली जाती है. फिलहाल जो स्थिति है उसमें दिन में बिजली की पूरी आपूर्ति निर्बाध रूप से की जा रही है. वहीं रात में उत्पादन अधिक होने पर कुछ पावर हाउस को बंद करना पड़ते हैं.
पिछले दो दिनों में बिजली की खपत में आई अधिक कमी
पिछले 2 दिन से प्रदेश के अधिकतर इलाकों में अंधड़ और बूंदाबांदी के बाद बिजली की खपत में एकदम से गिरावट आई है. 2 दिनों में बिजली की खपत 24 लाख यूनिट से घटकर 19 से 20 लाख यूनिट तक रह गई है. हालांकि तापमान बढ़ने के साथ ही बिजली की खपत और बढ़ने की संभावना है. लेकिन डिस्कॉम एमडी के अनुसार आगामी दिनों के लिए बिजली की समुचित व्यवस्था डिस्कॉम ने कर ली है. ताकि आम उपभोक्ताओं को गर्मी में बिजली कमी की समस्या का सामना नहीं करना पड़े.