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शिक्षा मंत्री डोटासरा ने गिनाई विभाग की दो साल की उपलब्धियां...सुनिये क्या कहा

राजस्थान में कांग्रेस सरकार के दो साल पूरे होने के उपलक्ष्य में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने अपने विभाग में दो साल के कार्यों का लेखा-जोखा पेश कर उपलब्धियां गिनाई. इस मौके पर एक वीडियो जारी किया गया और कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया गया.

Education Minister Dotasar, achievements of education Department
शिक्षा मंत्री डोटासरा ने गिनाई विभाग की दो साल की उपलब्धियां

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Published : Dec 23, 2020, 8:56 PM IST

जयपुर. प्रदेश में कांग्रेस सरकार का दो साल का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य में आज शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा प्रेस से मुखातिब हुए. इस मौके पर उन्होंने शिक्षा विभाग का दो साल का लेखा-जोखा बताकर विभाग की उपलब्धियां गिनाई और कहा कि राजस्थान शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार करने के मामले में देश में ऊपरी पायदान पर है. इस मौके पर विभाग की उपलब्धियां बताने वाला एक वीडियो जारी किया गया और कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया गया. प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए डोटासरा ने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम को बदल दिया था, जिससे कंट्रोवर्सी हो गई थी. हमने इसे दुरुस्त करवाकर एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया और कंट्रोवर्सी खत्म की है. इसका बड़ा फायदा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते समय मिलता है.

शिक्षा मंत्री डोटासरा ने गिनाई विभाग की दो साल की उपलब्धियां

उन्होंने बताया कि इंस्पायर अवार्ड योजना में प्रदेश का पहला स्थान है. इस योजना में 8,027 विद्यार्थियों का चयन हुआ है. प्रदेश में 201 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम की स्थापना की गई. विद्यार्थियों के लिए बस्तों का बोझ कम करने के लिए नो बैग डे लागू किया गया और एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू करवाया गया. आरटीई के तहत प्रवेश के लिए न्यूनतम आय सीमा 1 लाख से बढ़कर 2.50 लाख रुपए की गई. विद्यार्थियों की कॅरियर काउंसलिंग के लिए राजीव गांधी कॅरियर पोर्टल शुरू किया गया और 160 विद्यालयों का नामकरण शहीदों के नाम पर किया गया. उनका कहना है कि कोरोना काल मे बच्चों की पढ़ाई जारी रहे इसके लिए स्माइल कार्यक्रम के तहत 20 हजार वाट्सएप ग्रुप, डीडी राजस्थान पर शिक्षा दर्शन और रेडियो पर शिक्षा वाणी से शिक्षण सामग्री पाठ्यसामग्री पहुंचाई गई.

राजकीय स्कूलों के शिक्षकों के द्वारा कक्षा 6 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए ई सामग्री ऑनलाइन मुहैया करवाई गई. इसके साथ ही विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए ऑनलाइन साक्षात्कार भी करवाए गए. कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों के लिए कार्य पुस्तिका का वितरण भी किया गया. सामुदायिक बाल सभा के माध्यम से 6.5 करोड़ रुपए नकद और 11 करोड़ रुपए की सामग्री के रूप में सहायता मुहैया हुई. गोविंद सिंह डोटासरा का कहना है कि समग्र शिक्षा का एक वेब पोर्टल शाला दर्पण तैयार किया गया और आओ चले विद्यालय की ओर तथा वृक्ष मित्र योजना भी चलाई गई. इसके साथ ही स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना, कृषि विषय के स्थान पर कृषि संकाय की स्थापना और इंदिरा प्रियदर्शिनी अवार्ड का भी जिक्र डोटासरा ने किया.

पूर्ववर्ती सरकार पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि पहले की सरकार ने 20 हजार स्कूलों को एकीकरण के नाम पर बंद कर दिया था. इनमें से समीक्षा कर पहले चरण में 1059 स्कूलों को वापस खोला गया है. इसके साथ ही 29 लाख से ज्यादा स्कूली बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी दिया गया. प्रदेश की 41,634 राजकीय और निजी स्कूलों ने फिट इंडिया स्कूल वीक में सहभागिता निभाई और कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मेरा विद्यालय सुरक्षित विद्यालय के तहत 336.33 लाख रुपए दिए गए हैं.

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इस मौके पर डोटासरा ने शिक्षकों और स्टाफ के लिए किए गए कार्यों का भी जिक्र कीट और बताया कि शिक्षकों और अन्य स्टाफ के लिए स्टाफिंग पैटर्न लागू किया गया और स्थानांतरण नीति बनाने की तरफ मजबूती से कदम बढ़ाए. इसके साथ ही श्रेष्ठ विद्यालय पुरस्कार योजना के तहत राज्य स्तर पर 3, जिला स्तर पर 66 और ब्लॉक स्तर पर 301 विद्यालयों को शिक्षा बोर्ड अजमेर के सहयोग के पुरस्कृत किया गया. राजकीय स्कूलों के 2.5 लाख शिक्षकों को शिक्षक डायरी मुहैया करवाई गई और 3.1 लाख शिक्षकों को पहचान पत्र भी दिए गए. इसके साथ ही मंत्रालयिक कर्मचारियों को सम्मान स्वरूप 11 हजार रुपए की राशि प्रावधान करने के साथ ही अध्यापकों का आवासीय प्रशिक्षण समाप्त करने का जिक्र भी डोटासरा ने प्रमुखता से किया.

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