जयपुर. केंद्र सरकार 1 फरवरी को आम बजट पेश करने जा रही है. बजट में युवाओं और उच्च शिक्षा क्षेत्र में क्या कुछ बदलाव होने चाहिए. इसको लेकर राजस्थान यूनिवर्सिटी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद संगठन की ओर से 'बजट से पूर्व चर्चा' की गयी.
चर्चा में पूर्व बजट कमिटी के सदस्य सीए सुनील भार्गव शामिल हुए और शोधर्थियों की राय ली. सुनील भार्गव ने उच्च शिक्षा को गुणात्मक और सुविधापूर्वक बनाने की बात रखी. साथ ही उन्होंने शोध कार्यों को बढ़ाने पर भी जोर दिया. भार्गव ने प्राइमरी शिक्षा के विस्तार, सेकेंडरी शिक्षा में विद्यार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी और यूनिवर्सिटी में रिसर्च कार्य को बढ़ाने पर जोर दिया.
इसी बीच उन्होंने प्रोफेसर के पदों को बढ़ाने पर एक नियम बनाने की बात रखी. उन्होंने कहा कि कॉलेजों में प्रोफेसर की संख्या रहेगी तो शिक्षा भी गुणतात्मक बन सकेगी. उन्होंने डिजिटल क्लास रूम, स्पोर्ट्स गतिविधियों पर भी जोर देने की बात रखी.
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उधर, युवाओं ने रोजगारमुखी, चिकित्सा के क्षेत्र में परिवर्तन और किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले ऐसा बजट होने की अपेक्षा की है. युवाओं ने कहा कि सरकार जड़ से विकास की ओर बढ़े क्योंकि जो गरीब लोग है वो और गरीबी की ओर बढ़ रहे है. उन्होंने कहा कि जब जड़ से विकास होगा तब ही इकॉनमी और जीडीपी में ग्रोथ होगी.