जयपुर. प्रदेश में कोरोना से हो रही मौत का चिकित्सा विभाग की ओर से एक डेथ ऑडिट तैयार किया गया है, जिसमें कई चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. चिकित्सा विभाग की ओर से कोरोना से हुई 453 मौतों का डेथ ऑडिट करवाया गया, जिसमें सामने आया कि महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों की सबसे अधिक मौत हुई है. वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों के मुकाबले शहरी क्षेत्रों में सबसे अधिक मौत इस बीमारी के कारण दर्ज की गई है.
कोरोना से मौत का डेथ ऑडिट चिकित्सा विभाग ने इस डेथ ऑडिट में महिला, पुरुष, जिलेवार अस्पताल, एज ग्रुप से जुड़े आंकड़ों को शामिल किया है. साथ ही आंकड़ों में यह भी सामने आया कि प्रदेश में कोरोना से करीब 69 फीसदी ऐसे मरीजों की मौत हुई है जो पहले से किसी अन्य बीमारी से ग्रसित थे और इनमें सबसे अधिक दिल की बीमारी से जुड़े मरीज शामिल हैं. वहीं, 60 वर्ष की आयु से अधिक मरीजों की मौत इस दौरान सबसे अधिक हुई है जो चौंकाने वाले आंकड़े हैं.
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कोरोना डेथ ऑडिट से जुड़ी रिपोर्ट
बता दें कि चिकित्सा विभाग की ओर से जो डेथ ऑडिट तैयार किया गया है उसमें 453 मरीजों की मौत को शामिल किया गया है.
महिला-पुरुषों की स्थिति
- 300 पुरुषों की हुई मौत (66%)
- 153 महिलाओं की हुई मौत (34%)
क्षेत्रवार हालात
- ग्रामीण क्षेत्र में 78 मौत (17%)
- शहरी क्षेत्र में 375 मौत (83%)
अन्य
- 60 वर्ष से अधिक की आयु के 228 मरीजों की मौत (50%)
- अन्य बीमारियों से ग्रसित 314 मरीजों की मौत (69%)
- अस्पताल में उपचार के दौरान 375 लोगों की मौत हुई.
- 78 मरीजों को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया.
उम्र के आधार पर मौतों की संख्या
उम्र के आधार पर मौतों की संख्या कोरोना से उन मरीजों की मौत, जो अन्य बीमारियों से भी थे ग्रसित
- 40% रोगी हृदय रोग से पूर्व में ग्रसित थे.
- 38% रोगी डायबिटीज से पीड़ित थे.
- 15% रोगी सांस की तकलीफ से पीड़ित थे.
- 12% रोगी किडनी की बीमारी से ग्रसित थे.
- 5 महिलाओं की गर्भावस्था और एक महिला की प्रसव के बाद कोरोना से मौत हुई.
- 35% ऐसे मरीजों की मौत जो मल्टीपल डिजीज से पीड़ित थे.
अस्पतालों में हुई मौत का आंकड़ा
अस्पतालों में हुई मौत का आंकड़ा सोशल ऑडिट की रिपोर्ट
- 78 मरीजों की अस्पताल पहुंचने से पहले हुई मौत.
- 37 मौत की हुई सोशल ऑडिट.
- 41 मौत की ऑडिट बाकी.
- परिजनों द्वारा उपचार हेतु निर्णय लेने में देरी से 10 मरीजों की मौत.
- उपचार मिलने में विलंब के कारण 5 मरीजों की मौत.
- 5 मौतें सुसाइड के चलते हुए.
- किसी प्रकार का विलंब नहीं होने के बाद भी 16 मरीजों की मौत.
- अन्य राज्य के 5 मरीजों की मौत.
आंकड़ों से यह देखने को मिलता है कि ग्रामीण क्षेत्रों के मुकाबले शहरी क्षेत्रों में इस वायरस का अधिक प्रभाव देखने को मिला है. ग्रामीण क्षेत्रों के मुकाबले शहरी क्षेत्रों में मौत का आंकड़ा अधिक रहा. वहीं इस ऑडिट रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ कि अधिकतर उन मरीजों की मौत सबसे अधिक हुई है जो पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित थे.