जयपुर. विधानसभा के मौजूदा सत्र के पहले दिन सीपीएम विधायक बलवान पूनिया और रायसिंहनगर से विधायक बलवीर लूथरा ने मीडिया के समक्ष सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया. साथ ही यह तक कह डाला कि अब तो किसान आत्महत्या करने के बाद अपने सुसाइड नोट में मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के नाम का जिक्र भी करके जा रहे हैं. यही कारण रहा कि खुद सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना को मीडिया के सामने आकर इस मामले में सफाई देनी पड़ी. आंजना ने कहा प्रदेश सरकार ने किसान कर्ज माफी का जो वादा किया था उसे पूरा कर दिया है, जबकि यह विधायक राष्ट्रीयकृत बैंकों की बात कर रहे हैं. इसके लिए भी राष्ट्रीयकृत बैंकों से सीएम के स्तर पर चर्चा चल रही है.
किसान आत्महत्या मामला : सहकारिता मंत्री आंजना ने सुसाइड नोट पर उठाए सवाल...कहा- जांच के बाद होगा मामला साफ
किसान कर्ज माफी और किसान आत्महत्या को लेकर गहलोत सरकार पर लग रहे आरोपों को सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने नकार दिया है. आंजना ने साफ कहा है कि किसान कर्ज माफी का जो वादा सरकार ने किया था वह पूरा कर दिया गया है. वहीं रायसिंहनगर में किसान आत्महत्या मामले में मिले सुसाइड नोट पर ही मंत्री ने सवाल खड़े कर दिए हैं.
रायसिंहनगर में पिछले दिनों किसान द्वारा आत्महत्या के मामले में स्थानीय भाजपा विधायक की ओर से लगाए गए आरोपों को भी सहकारिता मंत्री ने सिरे से नकार दिया है. मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि इस मामले की जांच चल रही है. मंत्री ने मृतक के सुसाइड नोट पर ही सवाल उठा दिए है. सहकारिता मंत्री के अनुसार सुसाइड नोट मृतक के शव के पास नहीं मिला, बल्कि किसी पड़ोसी ने पुलिस को दिया है. जो अपने आप में कई सवाल खड़े करता है.
फिलहाल मौजूदा विधानसभा सत्र में किसान कर्ज माफी और किसान आत्महत्या एक बड़ा मुद्दा रहने वाला है. क्योंकि विपक्ष के रूप में भाजपा ने इस बात के पहले ही संकेत दे दिए हैं कि जो वादे गहलोत सरकार ने सत्ता में आने से पहले किए थे. उन वादों को पूरा करवाने के लिए सदन के भीतर सरकार को घेरा जाएगा और किसान कर्ज माफी उन्हीं वादों में से एक है.