जयपुर.पहलू खान की मौत के मामले में आए अलवर सेशन कोर्ट के निर्णय को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के किये ट्वीट पर सियासी बवाल मच गया है. भाजपा विधायक सतीश पूनिया ने जहां ट्वीट को एक वर्ग विशेष को खुश करने वाला करार दिया. तो वहीं महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा ने इसे कोर्ट के निर्णय की अवहेलना करार देते हुए प्रियंका गांधी पर कार्रवाई की मांग तक कर डाली.
प्रियंका गांधी के ट्वीट पर भाजपा नेता भड़के दरअसल कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को एक ट्वीट के जरिए पहलू खान मामले में लोअर कोर्ट के फैसले को चौंकाने वाला करार दिया और यह भी लिखा कि हमारे देश में आम मान्यता की कोई जगह नहीं होनी चाहिए और भीड़ द्वारा हत्या एक जघन्य अपराध है. साथ ही दूसरी ट्वीट में प्रियंका गांधी ने प्रदेश की गहलोत सरकार द्वारा भीड़ द्वारा हत्या रोकने के खिलाफ बनाए गए कानून की भी सराहना की और यह भी उम्मीद जताई कि पहलू खान मामले में न्याय दिलाकर इसका अच्छा उदाहरण पेश किया जाएगा.
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ट्वीट एक वर्ग विशेष की तुष्टीकरण का प्रतीक- सतीश पूनिया
भाजपा नेता सतीश पूनिया के अनुसार प्रियंका गांधी का ट्वीट और प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कर्म दोनों ही एक वर्ग विशेष की तुष्टीकरण का प्रतीक है. लेकिन, इससे सच्चाई छुपी नहीं कि पुनिया के अनुसार कोर्ट और अदालत से बड़ा कोई नहीं होता अब जब अदालत ने अपना फैसला सुना दिया है तो निश्चित तौर पर वर्ग विशेष को खुश करने के लिए प्रदेश की कांग्रेस सरकार आगे अपील कर सकती है.
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दोनों भाई-बहन की बुद्धिमता से जनता वाकिफ- सुमन शर्मा
वहीं पूर्व राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा ने कहा कि प्रियंका गांधी के ट्वीट को देखकर किसी भी भाजपा नेता को आश्चर्य नहीं होगा क्योंकि देश की जनता भाई-बहन की बुद्धिमता और ज्ञान से अच्छी तरह वाकिफ है. शर्मा के अनुसार संविधान में न्यायालय और अदालत की अपनी गरिमा और सम्मान होता है लेकिन प्रियंका गांधी ने अदालत किसी गरिमा को धक्का लगाने का काम किया है. और एक तरीके से अपने ट्वीट के जरिए कोर्ट के आदेश को ही गलत ठहरा दिया है. सुमन शर्मा ने मांग की है कि प्रियंका गांधी के इस ट्वीट के लिए खुद अदालत को ही उन पर प्रसंज्ञान लेते हुए कार्रवाई करना चाहिए.