जयपुर. जिला कलेक्टर अन्तर सिंह नेहरा ने निर्देश दिए हैं कि कोविड 19 के बढते संक्रमण को देखते हुए जयपुर में विभिन्न अस्पतालों में उपलब्ध चिकित्सकीय संसाधनों का अनुकूलतम उपयोग सुनिश्चित किया जाए. राजस्थान कोविड 19 पोर्टल पर अस्पतालों में बेड की उपलब्धता की जानकारी तीन बार अपलोड की जाए. नेहरा एवं अन्य अधिकारियों ने शुक्रवार को शहर के विभिन्न चिकित्सालयों में ऑक्सीजन, बेड एवं अन्य चिकित्सा संसाधनों की माॅनिटरिंग के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों की बैठक ली.
बैठक में अधिकारियों ने कहा कि अस्पतालों में उपलब्ध खाली बेड्स की संख्या और ऑक्सीजन की आपूर्ति की पूरी माॅनिटरिंग और ऑडिट की जाए, जिससे जरूरत पड़ते ही इन्हें उपलब्ध कराया जा सकेगा. वाणिज्य कर आयुक्त रवि जैन ने ऑक्सीजन एवं मिशन निदेशक आजिविका परियोजना शुचि त्यागी ने बेड्स की उपलब्धता सहित सभी संसाधनों की रीयल टाइम सूचना अपडेट रखने के निर्देश दिए हैं.
नेहरा ने कहा कि कोविड के कारण शहर के चिकित्सालयों पर अतिरिक्त दवाब पड़ रहा है. ऐसे में चिकित्सलयों के प्रबन्धन के साथ समन्वय बनाए रखते हुए सभी नोडल अधिकारी ऑक्सीजन, दवा, बेड, आईसीयू एवं अन्य सुविधाओं की प्रभावी माॅनिटरिंग करें. उन्होंने कहा कि शहर में आवश्यकतानुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति सुचारू रखने के लिए सभी संभव उपाय किए जा रहे हैं.
पढ़ें-ऑक्सीजन और रेमडेसिविर की कमी से हुई एक भी मौत के लिए केंद्र सरकार और बीजेपी सांसद होंगे जिम्मेदार : खाचरियावास
वाणिज्य कर आयुक्त रवि जैन ने सभी नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभिन्न ऑक्सीजन उत्पादक फर्म द्वारा हर 24 घंटे में आपूर्ति किए गए ऑक्सीजन सिलेण्डर्स के उपयोग एवं आपूर्ति पर नजर रखी जाए. जिससे कहीं इनका नियमविरूद्ध भण्डारण नहीं किया जा सके. साथ ही आवश्यकता वाले हर व्यक्ति को ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके. चिकित्सालयों की आवश्यकता के अनुसार ही उन्हें ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाए.
शुचि त्यागी ने भी नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए कि निजी चिकित्सालयों द्वारा उपलब्ध बेड्स की संख्या के अपडेशन की माॅनिटरिंग करें. उन्होंने बताया कि यह अपडेशन दिन में तीन बार चिकित्सालय के जिम्मेदार व्यक्ति द्वारा किया जाएगा. इन आंकड़ों में भिन्नता नहीं आनी चाहिए.
जिला कलेक्टर नेहरा ने कहा कि यह समय परीक्षा का है और सभी नोडल अधिकारी अपने कर्तव्य को सेवा मानकर करें. उन्हें सौंपे गए चिकित्सालयों में जन सामान्य को उपचार के लिए किसी तरह परेशान नहीं होना पड़े, वे स्वयं हर समय इन चिकित्सालयों के निरीक्षण के लिए तैयार रहे और कोई भी समस्या आते ही जल्द से जल्द उसका समाधान करें. बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रथम इकबाल खान, चतुर्थ अशोक कुमार, दक्षिण शंकरलाल सैनी एवं नोडल अधिकारी शामिल हुए.