जयपुर.कोविड-19 संक्रमण के चलते 18 मार्च को बंद किए गए प्रदेश के सभी बायोलॉजिकल पार्क, सफारी और चिड़ियाघर सोमवार 1 जून से खोले जाएंगे. हालांकि प्रदेश के तीनों टाइगर रिजर्व को फिलहाल नहीं खोला जाएगा. राजधानी जयपुर में नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क, लायन सफारी, लेपर्ड सफारी, हाथी गांव भी खोले जाएंगे.
वन विभाग के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन अरिंदम तोमर ने केंद्र और राज्य सरकार की अनुमति मिलने के बाद प्रदेश के जंगलात को 1 जून से पर्यटकों के लिए खोलने के आदेश जारी किए हैं. केंद्र सरकार की ओर से जारी एसओपी के मुताबिक पर्यटक एक सख्त गाइडलाइन को फॉलो करते हुए प्रवेश कर सकेंगे. बायोलॉजिकल पार्क, चिड़ियाघर और सफारी में टिकट दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है. पर्यटक अधिकतम 4 घंटे ही अंदर भ्रमण कर सकते हैं. इसके लिए भी मास्क लगाना अनिवार्य रहेगा और दस्ताने पहनने होंगे. इसके साथ ही वन विभाग की ओर से एक ट्रैकिंग रजिस्टर भी मेंटेन किया जाएगा. जिसमें सफारी संचालक, गाइड और पर्यटक की तमाम डिटेल होगी. सैनिटाइजेशन और अन्य व्यवस्था भी पूरी तरह से चाक-चौबंद रहेगी.
ढाई महीने बाद जंगलात में होने वाली गतिविधियां शुरू होने से पर्यटन क्षेत्र को मजबूती मिलेगी. 1 जून से खुल रहे जंगलात को लेकर तमाम स्टेक होल्डर्स में खुशी की लहर दौड़ गई है. दरअसल, लॉकडाउन के चलते इस इंडस्ट्री को करीबन 10 करोड़ रुपए रोजाना का नुकसान उठाना पड़ रहा था. बहुत सारे जिप्सी संचालक, गाइड और हॉकर वेंडर अपनी रोजी रोटी के लिए संघर्ष कर रहे थे.