जयपुर.राज्य सरकार ने बीजेपी की महापौर सौम्या गुर्जर को निलंबित कर शील धाभाई को कमान सौंपी है. ऐसे में अब शील धाभाई इस मौके को गंवाना नहीं चाहती हैं. यही वजह है कि कुर्सी संभालने से लेकर अब तक हर दिन वह फील्ड में उतरीं और पार्षदों के साथ-साथ बीजेपी के विधायकों में भी अपनी पैठ बनाने की जद्दोजहद कर रही हैं. रविवार को धाभाई तीसरी बार मालवीय नगर के दौरे पर पहुंची और यहां विधायक कालीचरण सराफ के साथ आम जनता की समस्याएं सुनीं.
हाईकोर्ट की डबल बेंच फैसला सुनाएगी
28 जून यानी सोमवार को राजस्थान हाईकोर्ट की डबल बेंच अपना फैसला सुनाएगी. इसके बाद ग्रेटर नगर निगम की मेयर का चेहरा भी लगभग साफ हो जाएगा. इससे पहले रविवार को शील धाभाई एक बार फिर मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर पहुंचीं. धाबाई का मालवीय नगर क्षेत्र में ये तीसरा दौरा है. इसके साथ ही शील धाभाई विद्याधर नगर विधानसभा क्षेत्र का भी दौरा कर चुकी हैं. इन दौरों में खास बात ये रही कि क्षेत्रीय बीजेपी पार्षद और उपमहापौर भी उनके साथ रहे.
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कालीचरण सराफ ने शील धाभाई संग की थी जनसुनवाई
वहीं रविवार को तो खुद विधायक कालीचरण सराफ ने शील धाभाई के साथ बैठकर जनसुनवाई की. और ये जनसुनवाई भी किसी बीजेपी पार्षद के नहीं, बल्कि निर्दलीय पार्षद स्वाति परनामी के निवास पर हुई. हालांकि इस दौरे को मेयर शील धाभाई ने रूटीन दौरा बताया, लेकिन शनिवार को उन्होंने खुद पर हमले की आशंका जताते हुए विरोधियों पर निशाना साधा था. वहीं बीजेपी में भी चर्चा यही है कि यदि कोर्ट से सौम्या गुर्जर को राहत नहीं मिलती है तो शील धाभाई से महापौर सीट छुड़वाना टेढ़ी खीर ही होगा.
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आयुक्त से विवाद के बाद सौम्या गुर्जर का हुआ था निलंबन
ग्रेटर नगर निगम में आयुक्त से हुए विवाद के बाद सौम्या गुर्जर को मेयर पद से निलंबित कर दिया गया था. इनकी अभी न्यायिक जांच भी चल रही है. वहीं निलंबित महापौर ने सरकार के फैसले को कोर्ट में भी चुनौती दी थी, जिस पर 14 जून को सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया गया था. माना जा रहा है कि सोमवार को इस पर हाई कोर्ट की डबल बेंच अपना फैसला सुनाएगी.