जयपुर. केंद्र सरकार के वंदे मातरम मिशन के तहत शनिवार को कजाकिस्तान और मस्कट से फ्लाइट जयपुर पहुंची. जिसमें कजाकिस्तान से 131 अध्ययन कर रहे प्रवासी राजस्थानी विद्यार्थी जयपुर पहुंचे. तो मस्कट से जयपुर आई फ्लाइट से 140 प्रवासी राजस्थानी जयपुर पहुंचे. इस मिशन के तहत शनिवार को ही देर रात मास्को, मनिला और कुवैत से आने वाली तीन फ्लाइट में 457 राजस्थानी प्रवासी भी जयपुर पहुचेंगे.
कजाकिस्तान और मस्कट से 271 यात्री पहुंचे जयपुर अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि शनिवार को जयपुर में शाम तक आई फ्लाइट सहित 13 फ्लाइटों में करीब 1,614 प्रवासी राजस्थानी जयपुर आ चुके हैं. देर रात तीन बजे तक संभावित फ्लाइटों में 457 प्रवासियों के जयपुर आने की संभावना है. उन्होंने बताया कि देर रात तक आने वाली फ्लाइटों को मिलाकर पांच फ्लाइटों में सात सौ से अधिक प्रवासी शनिवार को जयपुर आए. डॉ. अग्रवाल ने बताया कि विदेश से आने वाले सभी प्रवासियों का एयरपोर्ट पर सैनिटाइजेशन, थर्मल स्क्रीनिंग, मेडिकल चैकअप, इमीग्रेशन और संस्थागत क्वॉरेंटाइन की व्यवस्था की गई है.
कजाकिस्तान और मस्कट से 271 यात्री पहुंचे जयपुर पढ़ेंःराजस्थान में 31 मई के बाद भी जारी रहेगा रात्रिकालीन Curfew, हेल्थ प्रोटोकॉल को लेकर कोई VIP नहीं
अग्रवाल ने बताया कि सभी आने वाले प्रवासियों को अनिवार्य रुप से एयरपोर्ट पर आरोग्य सेतु और राज कोविड एप डाउनलोड करवाया जा रहा है. आवश्यकता होने पर बीएसएनएल की सिम भी एयरपोर्ट ही उपलब्ध कराई जा रही है. एयरपोर्ट पर क्वॉरेंटाइन अधिकारी बिरधी चंद गंगवाल, एसीपी मालवीय नगर महेन्द्र कुमार शर्मा, पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेन्द्र सिंह शेखावत, रीको के डीजीएम तरुण जैन, उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. निर्मल जैन के नेतृत्व में डॉ. धनेश्वर और चिकित्सकों की टीम, जिला प्रशासन के अधिकारी आदि व्यवस्थाओं को संचालन कर रहे हैं. इसके साथ ही जयपुर आने वाले प्रवासियों संस्थागत क्वॉरेंटाइन के लिए तीन कैटेगरी में होटल में भिजवाने की व्यवस्था की गई है.
वहीं एयरपोर्ट पर सभी प्रवासियों के लिए चाय, कॉफी, बिस्कुट, पीने के पानी आदि की निःशुल्क और समुचित व्यवस्था की गई है. एयरपोर्ट प्रशासन की ओर से अवेयरनेस फिल्मों का प्रदर्शन किया गया है. इस दौरान एयरपोर्ट पर आने वाले प्रवासियों के को एसीएएस सुबोध अग्रवाल ने क्वॉरेंटाइन के नए दिशा निर्देश दिए. अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि केन्द्र सरकार और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से 24 मई को जारी आदेशों के अनुसार विदेश से आने वाले सभी प्रवासी भारतीयों की ओर से बोर्डिंग से पहले सात दिन के स्वयं के खर्चें पर संस्थागत क्वॉरेंटाइन और अगले सात दिन के लिए स्वयं की निगरानी में अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए खुद के घर पर क्वॉरेंटाइन रहने का वचन पत्र देंगे.
पढ़ेंःपढ़ें- पाली में 31 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव, आंकड़ा पहुंचा 446
डॉ. अग्रवाल ने बताया के केन्द्र सरकार की ओर से 24 मई को जारी आदेश के क्रम में राज्य सरकार की ओर से भी 29 मई को विस्तृत आदेश जारी किए गए हैं. आदेशों के अनुसार प्रवासी यात्री के देश में आने के दूसरे दिन से सात दिन के संस्थागत क्वॉरेंटाइन की गणना होगी. संस्थागत क्वॉरेंटाइन के 7 वें दिन आईसीएमआर के दिशा निर्देश के अनुसार क्वॉरेंटाइन सेंटर पर संबंधित जिले के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से जांच की व्यवस्था की जाएगी.