बीकानेर:सऊदी अरब गए मुस्ताक खान को क्या पता था कि यह उसकी अंतिम यात्रा होगी. लगभग दो महीने पहले सऊदी अरब के दम्माम शहर गए मुस्ताक खान की सऊदी के दम्माम हवाई अड्डे पहुंचते ही हृदय गति रुकने से मौत हो गई थी. वहीं, अब मुस्ताक के परिजन उसके शव को भारत लाने के लिए अब सऊदी दूतावास के अलावा नेताओं से भी मिन्नत कर रहें हैं.
बता दें कि बहुत दिन बीत जाने के बाद जब मुस्ताक की कोई खबर नहीं मिली तो उसके परिजनों ने मुस्ताक के साथ काम करने वालों से मुस्ताक के बारे में पूछ ताछ की. जिसके बाद भी कोई खबर नहीं मिलने पर हताशा परिजनों ने साऊदी अरब दूतावास से संपर्क किया. लेकिन वहां से भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला.
मुस्ताक के परिजनों को उनके शव का इंतजार हर तरफ से निराश होकर परिजनों ने दोबारा उसके साथ काम करने वाले लोगों से बातचीत की. जिसके बाद में साथ काम करने वाले लोगों ने अपने स्तर पर जांच की तो सामने आया कि मुस्ताक की दम्माम पहुंचने से पहले ही मौत हो गई. उन्होंने मुस्ताक के घर वालों को बताया कि उसकी मौत हृदय गति रुक जाने से हुई. जिसके बाद मुस्ताक के घरवालों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा.
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पत्नी नसीम बानो का रो रोकर बुरा हाल है. नसीम बानो पथराई आंखो से अपने शौहर के शव का इंतजार कर रही है. बीकानेर के प्रताप बस्ती रहने वाले मुस्ताक पिछले 25 वर्षों से सऊदी अरब में प्राइवेट कंपनी में काम करता था अभी 2 महीने पहले अपनी बेटी की शादी के लिए भारत आया था. हर तरफ से निराश मुस्ताक के परिजनों ने अब केंद्रीय मंत्री और बीकानेर से सांसद अर्जुन राम मेघवाल से मिलकर साऊदी अरब से मुश्ताक के शव को वापस लाने की गुहार लगाई है. सांसद मेघवाल ने इस मामले में मुश्ताक के परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया है.