बीकानेर.महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में भारत और अमेरिका के बीच युद्ध अभ्यास के दौरान मंगलवार को एक अलग ही नजारा देखने को मिला. मंगलवार को बसंत पंचमी के मौके पर भारत और अमेरिका के सैनिकों के लिए खास आयोजन रखा गया. बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की पूजा आराधना के साथ ही त्योहार मनाया गया.
बंदूक छोड़ हाथों में थामी पतंग की डोर पढ़ें-India-US joint military exercise 'Yudh Abhyas' बीकानेर की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में शुरू
मंगलवार को महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में मां सरस्वती की पूजा के बाद पतंगबाजी का दौर शुरू हुआ. इस दौरान भारत और अमेरिका के सैनिकों ने हाथों में स्ट्राइकर टैंक और बंदूकों की बजाय पतंग की डोर थामे और एक-दूसरे की पतंग काटते नजर आए. बता दें, भारत और अमेरिका के बीच यह युद्धाभ्यास 21 फरवरी तक चलेगा.
युद्धाभ्यास में काउंटर टेररिज्म को लेकर प्रशिक्षण के लिए आए अमेरिकी सैनिकों ने जमकर पतंगबाजी का लुत्फ उठाया. उन्होंने बसंत पंचमी त्योहार पर पतंगबाजी के अनुभव को शानदार बताया. अमेरिकी सैनिक इस दौरान काफी खुश नजर आए. उन्होंने कहा कि उनके लिए यह एक नया अनुभव है. उन्हें काफी अच्छा लगा. इस दौरान उन्होंने भारतीय संस्कृति की भी तारीफ की.
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बता दें कि इस युद्धाभ्यास के दौरान कई एरियल प्लेटफॉर्म जिसमें भारतीय सेना में हाल ही में शामिल हुए नए स्वदेशी एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर डब्ल्यूएसआई 'रुद्र', एमआई-17, चिनूक,अमेरिकी सेना के स्ट्राइकर वाहन और भारतीय सेना के बीएमपी-II मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल का भी उपयोग किया जा रहा है.
वहीं, इस 14 दिवसीय द्विपक्षीय युद्धाभ्यास में अमेरिकी सेना में एक ब्रिगेड मुख्यालय और 2 बटालियन, 3 इन्फैंट्री रेजिमेंट, 1-2 स्ट्राइकर ब्रिगेड कॉम्बैट टीम के 270 सैनिकों का समूह शामिल है. यह युद्धाभ्यास रेगिस्तानी इलाके की पृष्ठभूमि में काउंटर टेररिज्म ऑपरेशन पर केंद्रित है.