भीलवाड़ा.पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और शाहपुरा विधायक कैलाश मेघवाल एक दिवसीय दौरे पर भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी कस्बे में पहुंचे. जहां प्रसिद्ध भगवान श्री चारभुजा नाथ के दर्शन किए उसके बाद राज्य स्तरीय पत्रकार अधिवेशन में भाग लिया. इस दौरान ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत करते हुए उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी राय रखी. मेघवाल ने प्रदेश में कोरोना को लेकर ईटीवी भारत के माध्यम से अपील करते हुए कहा कि मैं प्रदेश वासियों से अपील करता हूं कि कोरोना वैक्सीन अवश्य लगवाना चाहिए. किसी भी तरह भयभीत नहीं होना चाहिए.
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल लोकतंत्र में चुनाव के बाद बाड़ाबंदी के सवाल पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह एक दुष्प्रवृत्ति है जो राजनीति में आ गई है. इसका सीधा-सीधा मतलब यह है कि सैद्धांतिक प्रतिबद्धता व विचारधारा के प्रति लोगों का लगाव कम हो रहा है. प्रतिबद्धता नहीं होने के कारण चुनाव के बाद जनप्रतिनिधियों को अपने खेमे में रखने के लिए बंद किया जाता है. ऐसे में कहा जा सकता है कि लोकतंत्र, अब धनतंत्र और बाड़े बंदी में परिवर्तित होता जा रहा है. इस दुषप्रवृत्ति को रोकने के लिए समस्त राजनीतिक पार्टियों को आगे आना पड़ेगा.
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बाड़ा बंदी को रोकने के लिए सरकार व संगठन स्तर पर पार्टियों को क्या प्रयास करना चाहिए. इस पर मेघवाल ने कहा कि देश की राजनीति को शुद्ध करना और ठीक ढंग से चलाने की जिम्मेदारी सभी पार्टियों की है, इसके लिए मिलकर प्रयास करने चाहिए. चाहे सत्ता में हैं या विपक्ष में. वहीं विधानसभा में कार्यवाही के दौरान आरोप-प्रत्यारोप के सवाल पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह एक प्रक्रिया है जहां विधानसभा में कार्यवाही के दौरान प्रतिपक्ष का अधिकार है कि सत्ता पक्ष पर आरोप लगाए, सत्ता पक्ष की आलोचना करे व उनकी कमियां बताये.
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की जन्मदिवस पर देव दर्शन यात्रा पर मेघवाल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को जन्म दिवस है पर मैं आपके माध्यम से बधाई देता हूं और उनके दीर्घायु होने की कामना करता हूं. वसुंधरा राजे लंबे समय तक देश में राजस्थान मे अपने कार्यों से सेवा करती रहें ओर वह आगे बढ़ाती रहें. वहीं वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट करने की उनके धड़े के राजनेताओं की मांग के सवाल पर कैलाश मेघवाल ने कहा प्रोजेक्ट करने से मुख्यमंत्री नहीं हो जाता है. विधानसभा के चुनाव के बाद जिस पार्टी का बहुमत आएगा उस पार्टी के विधायक मिलकर तय करेंगे कि कौन मुख्यमंत्री होगा.
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प्रदेश भाजपा में सतीश पूनिया व वसुंधरा राजे दो गुट हैं. इस सवाल पर मेघवाल ने कहा कि यह आपकी बात नितांत असत्य है, यह एक अखबारी प्रोपेगेंडा है. इनका साफ कारण है कि वसुंधरा राजे राजस्थान की मुख्यमंत्री रही हैं साथ ही वर्तमान मे भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. वह सब की उपाध्यक्ष हैं उनका समर्थन या उनके विरोध की बात कहां से आ गई है. आज सतीश पूनिया राजस्थान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं. वह सभी कार्यकर्ता और राजनेताओं के अध्यक्ष हैं. कोई गुटबाजी भाजपा में नहीं हैं. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि गुलाबचंद कटारिया भी प्रतिपक्ष के नेता हैं, वह सबकी सहमति से बने हैं. वहां भी कोई विरोध नहीं है.