भीलवाड़ा. जिले में फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्योरिटी और दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ की ओर से महिला जागरूकता को लेकर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के पूर्व जागरूकता सप्ताह मनाया जा रहा है. जहां प्रदेश के 11 जिलों की 150 महिलाएं इसमें भाग ले रही है. जिसमें चारागाह विकास से गांव का विकास कैसे किया जा रहा है, उसके बारे में महिलाओं को जागरूकता के साथ समझाया जा रहा है.
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जहां फाउंडेशन के लोगों ने कहा कि महिला ही गांव के विकास की धुरी है, अगर महिलाएं आगे बढ़ेगी तो देश आगे बढ़ेगा. कार्यक्रम में राजस्थानी परंपरा अनुसार महिलाएं सिर पर साफा बांधकर महिला पुरुषों से कम नहीं है यह साबित कर दिया. कार्यक्रम में महिला अन्य महिलाओं को जागरूक करने के लिए हम भारत की नारी है फूल नहीं चिंगारी है, महिला शक्ति जिंदाबाद- जिंदाबाद जो हमसे टकराएगा चूर- चूर हो जाएगा, हम सब महिलाएं एक है, ऐसे नारे लगाते हुए प्रदेश की अन्य महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है.
भीलवाड़ा में महिलाओं ने मनाया महिला दिवस इस दौरान सभी महिलाओं ने राजस्थानी परंपरा अनुसार साफा बांध प्रतियोगिता में भाग लिया. जहां महिलाओं ने सबसे पहले साफा बांधकर ढोल की थाप ठुमके लगाए और आपस में मोबाइल में सेल्फी लेती रही. कार्यक्रम में राजस्थानी साफा बांधकर ठुमके लगाने वाली महिला नानी देवी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि मैंने आज इस प्रतियोगिता में सबसे पहले साफा बांधा है, हम पुरूषों से कम नहीं है अगर महिला मन में ठान लेती है, तो निश्चित रूप से आगे बढ़ सकती है.
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वहीं एक अन्य महिला सुगना जाट ने कहा कि महिलाएं ही परिवार की धुरी होती है, प्रत्येक परिवार में बेटी को आवश्यक शिक्षा देनी चाहिए. साथ ही लड़के और लड़की में फर्क नहीं समझते हुए समानता से देखा जाना चाहिए. इसकी शुरुआत सभी को अपने घर से करनी होगी. आज यहां महिला दिवस के पूर्व आयोजन हो रहे इस समारोह में शामिल हुई हूं. जहां प्रतियोगिता में भाग लिया है, अगर महिला ठान ले तो पुरुषों से कम नहीं है.
महिलाओं को पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करना चाहिए. महिला राजनीतिक, आर्थिक के साथ ही कोई भी क्षेत्र में पीछे नहीं है. बस उसे मोटिवेशन की जरूरत है. प्रदेश की अन्य महिलाओं को यही संदेश देना चाहती हूं कि वह अपने परिवार के साथ आगे आए. कार्यक्रम के संयोजक सांतनु ने कहा कि FES फाउंडेशन के माध्यम से यह प्रोग्राम आयोजित किया जा रहा है. जिसमें प्रदेश के 11 जिलों की 150 महिलाएं भाग ले रही है. इनको जल संरक्षण और चारागाह विकास से कैसे गांव का विकास किया जा सकता है, इसके बारे में बताया जा रहा है. जिससे अगर गांव का विकास होगा तो देश का विकास होगा.
वहीं भीलवाड़ा दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ की एमडी आशा शर्मा ने कहा कि भीलवाड़ा डेयरी के माध्यम से आज यह प्रोग्राम का आयोजन किया जा रहा है. हमारा उद्देश्य है कि महिलाएं आगे बढ़े महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए भीलवाड़ा दूध उत्पादक सहकारी संघ हमेशा आगे रहा है और रहेगा. आज यहां महिला पुरुषों से कम नहीं है, उन्होंने साबित कर दिया है.
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कार्यक्रम में पहुंचे भीलवाड़ा जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व महिला जागृति सप्ताह मनाया जा रहा है, इसमें एफईएस संस्था में डेयरी के प्रयास से विभिन्न क्षेत्र में अच्छा काम कर रही है. यहां 11 जिले की महिला भाग ले रही है, इससे इन महिलाओं को मोटिवेशन मिलेगा. यहां साफा बांधने की प्रतियोगिता आयोजित हुई है, जिसमें महिलाओं ने राजस्थानी परंपरा अनुसार साफा बांधकर अच्छा काम किया. मैं महिला दिवस के पूर्व भीलवाड़ा जिले की तमाम महिलाओं को बधाई देता हूं कि खुद स्वस्थ रहें और परिवार का ख्याल रखे. साथ ही भीलवाड़ा जिले में बेटा और बेटी में फर्क नहीं समझे और पढ़ाई लिखाई में विशेष ध्यान दें जिससे आने वाले समय की पीढी अच्छी बन सके.