भरतपुर.बीते दिनों दो महिलाओं ने भरतपुर के कुछ पुलिसकर्मियों पर छेड़खानी के आरोप लगाए थे. उसके बाद पुलिस के आला अधिकारियों ने मामले की जांच करवाई. जांच में दोनों मामले झूठे निकले और सभी पुलिसकर्मियों को जांच के आधार पर बहाल कर दिया गया. इसके अलावा जिन पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाए गए थे, उनको झूठे मामले दर्जकर फंसाने वाली महिलाओं के खिलाफ मामले दर्ज करवाने के लिए पुलिस को स्वतंत्र किया गया है.
बता दें, कामां थाना इलाके की एक महिला ने कामां थानाधिकारी पर आरोप लगाया था, वह जमीन के मामले को लेकर जब थाने गई थी, तब थानाधिकारी ने अपने क्वाटर में बुलाकर उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की. इसकी शिकायत महिला ने जिला पुलिस अधीक्षक से की. अधीक्षक ने इस मामले की जांच एडिशनल एसपी, आईपीएस वंदिता राणा को सौंपी. जांच के दौरान जब महिला के सामने कामां थानाधिकारी को ले जाया गया तो वह कामां थानाधिकारी को पहचान भी नहीं पाई. इसलिए यह मामला पूरी तरह से झूठा निकला.
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