अलवर. तेज होती गर्मी के साथ ही अलवर में पानी की समस्या विकराल रूप धारण करने लगी है. इस समस्या को लेकर श्रम राज्यमंत्री और अलवर ग्रामीण विधायक टीकाराम जूली ने जलदाय विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. जिला कलेक्टर की मौजूदगी में आयोजित हुई इस बैठक में श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने जलदाय विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली और अनदेखी पर नाराजगी जताई. इस दौरान उन्होंने काम नहीं करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि आमजन को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत और जलदाय मंत्री डॉक्टर बी डी कल्ला की निर्देश पर राज्य सरकार विशेष कार्य योजना बनाकर लगातार पर्याप्त राशि आवंटित कर रही है. ऐसे में पेयजल आपूर्ति में लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
पढ़ें-शाहजहांपुर-खेड़ा बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों के उड़े टैंट और बिखरा सामान, बारिश में गद्दे तक भीगे
बैठक में उन्होंने जलदाय विभाग के अधिकारियों से कहा कि पेयजल वितरण व्यवस्था को इस प्रकार से संचालित करे कि पेयजल का समान वितरण किया जा सके. साथ ही पेयजल आपूर्ति जिन क्षेत्रों में प्रभावित हो रही है, उन क्षेत्रों को चिन्हित कर तत्कालीन रूप से वहां टैंकरों से आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए. ताकि आमजन को पेयजल आपूर्ति के लिए परेशान नहीं होना पड़े. उन्होंने यह भी कहा कि पेयजल आपूर्ति प्रभावित क्षेत्रों में सर्वे कर पीने के पानी के स्थाई समाधान के लिए नई परियोजना तैयार की जाए.
उन्होंने अलवर शहर की पेयजल वितरण व्यवस्था की समीक्षा कर जलदाय विभाग के अधिकारियों पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि विगत बैठक के तुरंत पश्चात शहर के लिए 35 नए बोरिंग स्वीकृत करा दिए गए थे, किंतु उस में से केवल 70 ही शुरू हो पाए हैं और 9 की ड्रिलिंग नहीं होना जलदाय विभाग की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है.
पढ़ें-Rajasthan By-Election : साढ़े 7 लाख मतदाता 3 सीटों पर 27 उम्मीदवारों के भाग्य का आज करेंगे फैसला