अलवर. घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि किसान आंदोलन के चलते जयपुर से दिल्ली व दिल्ली से जयपुर जाने वाले वाहन ग्रामीण क्षेत्र के कच्चे रास्तों से निकलते हैं. बारिस के बाद सड़कों में गड्ढे हो जाने के कारण यह हादसा हो गया. गनीमत यह रही की बड़ा हादसा होते होते टल गया.
हादसे में एक दर्जन से ज्यादा यात्री घायल हो गए, जिनको वहां मौजूद लोगों ने निजी वाहन व एंबुलेंस की मदद से पास के सरकारी व निजी अस्पतालों में भर्ती कराया है. जहां उनका इलाज चल रहा है. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस व प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और घायलों से पूछताछ पर बातचीत की जा रही है.
हालांकि, अभी तक घटना में किसी के मरने की सूचना नहीं है, लेकिन पुलिस ने बताया कि कई सवारियों की हालत गंभीर है. बस की रफ्तार तेज थी व अचानक बस पलटने से हादसा हुआ था. इस घटना में एक युवक का हाथ टूट गया. दो युवकों के पैर में चोट आई है. जबकि करीब एक दर्जन लोग घायल हैं, जिनको इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.
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बस पलटने के बाद वहां मौजूद लोगों ने खासी मशक्कत के बाद लोगों को बाहर निकाला. वहां मौजूद लोगों ने बताया कि पिछले 9 महीने से कृषि कानून बिलों को वापिस करने के मामले में किसान संगठन राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर धरना देकर बैठे हैं, जिसके चलते हाईवे की सर्विस लेन से वाहन निकलते हैं. ऐसे में हाईवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग जाता है. जिसके चलते वाहनों को वाहन चालक ग्रामीण क्षेत्र से निकालते हैं.
ओवर लोड वाहनों के कारण क्षेत्र की सड़कें पूरी तरह से टूट चुकी है. करीब 6 महीने पहले भी शाहजहांपुर के पास इसी तरह एक बस पलट गई थी. ग्रामीणों ने बताया कि आए दिन हादसे हो रहे हैं. ग्रामीण मार्गो पर गड्ढे बने हुए हैं व छोटे वाहनों बाइक व लोगों की आवाजाही रहती है. इसके चलते क्षेत्र के लोगों को भी कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई बार इसका विरोध किया गया, लेकिन उसके बाद भी हाईवे बंद होने के कारण व जाम से बचने के लिए लोग ग्रामीण रास्तों का सहारा लेते हैं.