अलवर.बच्ची, युवती और महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. आए दिन छेड़छाड़ और दुष्कर्म के मामले सामने आते हैं. कुछ दिन पहले थानागाजी में चार साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था. इसके बाद थानागाजी के प्रतापगढ़ क्षेत्र में नाबालिग के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है. हालांकि यह घटना दो महीने पुरानी है.
दुष्कर्म के मामले में जबरन समझौता करने का दबाव बना रहे दुष्कर्म आरोपी बता दें कि दुष्कर्म पीड़ित बच्ची के पड़ोस में रहने वाला एक युवक रात के समय मौका पाकर घर में घुसा गया. अकेली नाबालिग के साथ पहले छेड़छाड़ की, उसके बाद दुराचार किया. पीड़िता के शोर मचाने पर आरोपी ने जान से मारने की धमकी दी. परिवार के कुछ लोग बाहर गए हुए थे.
वहीं पीड़िता के पिता खेत पर काम कर रहे थे. घटना के बाद परिवार के लोग घर आए, तो युवक को घर से पकड़कर गांव में लाया गया. ग्रामीणों के कहने पर उस समय आरोपी को छोड़ दिया गया. लेकिन पीड़िता ने इस मामले की लिखित शिकायत पुलिस को दी. पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया. उसके बाद से लगातार आरोपी के परिजन और गांव के लोग पीड़िता व उसके परिजनों पर मामला वापस लेने का दबाव बना रहे हैं.
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आए दिन पीड़िता और उसके परिजनों को जान से मारने की धमकी मिल रही है. परेशान लोग अपना घर छोड़कर गांव से दूर खेत में झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं. लेकिन उसके बाद भी उनको आए दिन जान से मारने की धमकी मिलती है. इन सबके बीच पीड़िता और उसके परिजन अलवर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे. उन्होंने पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम के सामने अपनी समस्या रखी. इस पर पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीणों को पाबंद करने की बात कही. उन्होंने कहा कि जल्द ही इस मामले में चालान पेश किया जाएगा और आरोपी को सख्त सजा दिलवाई जाएगी.
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एसपी ने साफ तौर पर कहा कि इस तरह के मामले में किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे, जितने भी लंबित मामले हैं. सभी मामलों में जल्द से जल्द न्यायालय में चालान पेश करने की प्रक्रिया चल रही है. साथ ही आरोपी को कठोर सजा और पीड़िता को न्याय मिले. इसका भी पुलिस की तरफ से प्रयास किया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ पीड़िता और उसके परिजन डरे हुए हैं. उन्होंने कहा कि हालात ठीक नहीं हुए तो उन्हें मजबूरी में गांव छोड़ना पड़ेगा.