अलवर.अलवर जिला डार्क जोन में आता है. यूं तो साल भर यहां पानी की समस्या बनी रहती है. लेकिन गर्मी के मौसम में हालात ज्यादा खराब हो जाते हैं. उस पर लीकेज की समस्या से परेशानी और ज्यादा बढ़ जाती है. शहर में जगह-जगह पाइप लाइन टूटी है जिससे लाखों लीटर पानी व्यर्थ ही बह जाता है. कई बार जलदाय विभाग के अफसरों से शिकायत की गई है लेकिन विभाग की तरफ से इस और ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
अलवर शहर में करीब एक हजार किलोमीटर लंबी पाइप लाइन डली हुई है. गर्मी के मौसम में पानी की डिमांड 90 एमएलडी प्रतिदिन के आसपास रहती है. जबकि जलदाय विभाग 40 से 45 एमएलडी पानी ही सप्लाई कर पाता है. पानी का बेहतर इंतजाम न होने के कारण हमेशा समस्या बनी रहती है. कुछ पुरानी कॉलोनी और मोहल्लों में तो लोगों को नियमित सप्लाई तक नहीं हो पाती है. जिससे लोग खासे परेशान रहते हैं. इस संबंध में कई बार जलदाय विभाग के अधिकारियों से शिकायत की गई है, लेकिन हालात नहीं सुधरे. प्रतिदिन लीकेज से लाखों लीटर पानी व्यर्थ ही बह जाता है.
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जिले में लाइन लीकेज ठीक करने के लिए प्रत्येक एईएन सर्किल एरिया स्तर पर ठेके जारी किए जाते हैं. इसके बाद भी समय पर लीकेज ठीक नहीं हो पाते हैं. शहर के लोग और पार्षद लीकेज की जानकारी तुरंत जलदाय विभाग के अधिकारियों को देते हैं, फिर भी कोई कदम नहीं उठाया जाता है. पाइप लाइन लीकेज से शहर के कई इलाकों में गंदे पानी की सप्लाई की समस्या बनी रहती है. जिससे लोगों को पेट संबंधी बीमारी का भी सामना करना पड़ता है.
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