अलवर. किशनगढ़ बास क्षेत्र के खैरथल थानाधिकारी संजय पूनिया की नशे का कारोबार करने वाले लोगों के साथ मिलीभगत होने की सूचना अलवर एसपी को मिली है. इस पर पुलिस अधीक्षक पारिस देशमुख ने तुरंत खैरथल थाना इंचार्ज संजय पूनिया को लाइन हाजिर कर दिया और मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
अलवर के खैरथल में पुलिस पर नशे के कारोबारियों के साथ मिलीभगत का आरोप, थाना इंचार्ज को एसपी ने किया लाइन हाजिर
अलवर के किशनगढ़ बास क्षेत्र में खैरथल पुलिस पर नशे का कारोबार करने वाले लोगों के साथ मिलीभगत होने का आरोप लगा है. इसकी जानकारी मिलते ही अलवर एसपी ने तुरंत खैरथल थाना इंचार्ज को लाइन हाजिर कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
दरसअल गुरुवार रात को अलवर की सीआईए की टीम ने कार्रवाई करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार करके उनसे नशे का सामान बरामद किया था. वह समान खैरथल पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया. इसके बाद पुलिस ने माल को खुदबुर्द कर दिया और चार आरोपियों को छोड़ दिया. इसकी जानकारी मिलते ही खैरथल के लोगों ने पूरे मामले की सूचना एसपी को दी. अलवर पुलिस अधीक्षक ने तुरंत कार्रवाई करते हुए खैरथल इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया. गौरतलब है कि खैरथल थाना इंचार्ज पर लंबे समय से कई गंभीर आरोप लगते रहे हैं.
खैरथल क्षेत्र के लोगों ने इस पूरी घटना की जानकारी देते हुए कार्रवाई की मांग की है. खैरथल थाना इंचार्ज पर बरामद माल में भी गड़बड़ी का आरोप लगा है. पुलिस ने तुलसीदास नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर उससे 146 किलो डोडा पोस्त करना बताया था. जबकि सीआईए टीम द्वारा ज्यादा माल जब्त किया गया था. इस पूरे मामले की जांच सीओ किशनगढ़ बास को दी गई है. इसके अलावा एनडीपीएस एक्ट के मामले की जांच हरसोरा थाना इंचार्ज जितेंद्र यादव को दी गई है. ऐसे में देखना होगा की एसएचओ पर क्या कार्रवाई होती है.