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Special : अनलॉक में रिवर्स गेयर पर ऑटो इंडस्ट्री, संकट में युवाओं की नौकरी

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Published : Aug 8, 2020, 10:44 AM IST

कोरोना वायरस की वजह से देश में आर्थिक संकट गहराने लगा है. इसका प्रभाव कई क्षेत्रों पर पड़ता हुआ नजर आने लगा है. ऑटो मोबाइल इंडस्ट्री भी इससे अछूता नहीं है. कोरोना काल में नए वाहनों की डिमांड तेजी से कम हो रही है. इसका असर ऑटो इंडस्ट्री में काम करने वाले लोगों पर पड़ता हुआ नजर आ रहा है. बहुत से नए लोगों को नौकरी से हटा दिया गया है, तो वहीं कुछ जगहों पर वेतन में भी कटौती की जा रही है. ऐसे में हजारों लोग पर रोजगार का संकट मंडरा रहा है.

कोरोना का ऑटो इंडस्ट्री पर प्रभाव,  Corona impact on the auto industry
कोरोना का ऑटो इंडस्ट्री पर पड़ा खासा प्रभाव

अलवर.अलवर राजस्थान की औद्योगिक राजधानी है. अलवर में 15 औद्योगिक क्षेत्र हैं. जिनमें 16 हजार से अधिक औद्योगिक इकाइयां हैं. इन औद्योगिक इकाइयों में लाखों श्रमिक काम करते हैं. इन औद्योगिक इकाइयों में ऑटो इंडस्ट्री भी शामिल है. जो कोरोना के चलते खासा प्रभावित हुआ है. वैसे तो कोरोना का हर वर्ग पर प्रभाव पड़ा है, लेकिन लोगों के कामकाज ठप होने के कारण ऑटो इंडस्ट्री ज्यादा प्रभावित हो रही है. लोग नए वाहन नहीं खरीद रहे हैं. ऐसे में नए वाहनों की डिमांड तेजी से कम हो रही है. इसका असर ऑटो इंडस्ट्री में काम करने वाले लोगों पर पड़ता हुआ नजर आ रहा है. नए लोगों को नौकरी से हटा दिया गया है, तो वहीं कुछ जगहों पर वेतन में भी कटौती की गई है. ऐसे में हजारों लोग खासे परेशान हो रहे हैं.

कोरोना का ऑटो इंडस्ट्री पर पड़ा खासा प्रभाव

बिक्री 30 से 40 प्रतिशत प्रभावित

वाहन निर्माता कंपनियों ने नए वाहन बनाने का काम कम कर दिया है, जबकि शोरूम में वाहनों की बिक्री 30 से 40 प्रतिशत तक प्रभावित हुई है. दोपहिया वाहनों की बिक्री पर ज्यादा प्रभाव पड़ा है. लॉकडाउन के चलते अलवर में ऑटो इंडस्ट्री के कामकाज पर दोगुना असर पड़ता हुआ नजर आ रहा है. मुख्य बाजार पूरी तरीके से बंद हैं. जिससे व्यापारी वर्ग खासा परेशान है. लोगों की नौकरियां छीन चुकी हैं. जिन लोगों की नौकरी बची हुई है, उनको समय पर वेतन नहीं मिल रहा है.

अलवर में ऑटो इंडस्ट्रीज के आंकड़े

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अलवर जिले के 11 विधानसभा क्षेत्रों में बड़ी संख्या में कार और दोपहिया वाहनों के शोरूम हैं. फोर व्हीलर के अलवर में 9 वाहन निर्माता कंपनी के शोरूम हैं. इनके करीब 25 आउटलेट हैं. इसी तरह से दोपहिया वाहनों के अलवर में करीब 50 शोरूम हैं. इन सभी से लगभग 20 हजार से अधिक लोग काम करते हैं.

कोरोना ने लगाया ग्रहण

कोरोना ने लगाया ब्रेक

आंकड़े पर नजर डालें तो हर महीने अलवर में फोर व्हीलर 800 गाड़ियां रजिस्टर्ड होती हैं. इसके अलावा हर माह करीब 5 हजार दोपहिया वाहन जिले में रजिस्टर्ड होते हैं. लेकिन कोरोना के चलते मार्च से कामकाज पूरी तरीके से ठप है. राजस्थान में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज अलवर में मिल रहे हैं. ऐसे में अलवर का सभी वर्ग प्रभावित होता नजर आ रहा है.

3 महीने के लॉकडाउन के बाद जुलाई महीने में कुछ काम का शुरू हुआ था, लेकिन अलवर शहरी क्षेत्र और भिवाड़ी क्षेत्र में फिर से लॉकडाउन लगा दिया गया है. ऐसे में शुरू हुआ काम भी अब पूरी तरीके से फिर से ठप हो चुका है.

20 हजार से ज्यादा लोग हो रहे प्रभावित

हजारों लोगों को मिला है रोजगार

अलवर जिले की ऑटो इंडस्ट्री से करीब 20 हजार लोग जुड़े हुए हैं. ऐसे प्रत्येक व्यक्ति से जुड़ा हुआ परिवार भी खासा प्रभावित हो रहा है. शुरुआत के महीने में तो कंपनी मालिक की तरफ से वेतन दे दिया गया था, लेकिन उसके बाद से वेतन में भी लगातार कटौती हो रही है.

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नए युवाओं की जा रही नौकरी

ऑटोमोबाइल औद्योगिक इकाई में बड़ी संख्या में स्थाई युवाओं को नौकरी दी जाती है. कोरोना और लॉकडाउन के चलते कामकाज पूरी तरीके से ठप है. ऐसे में अस्थाई ने युवाओं को कुछ दिनों तक घर पर रहने के लिए कहा गया है, जबकि कुछ लोगों के वेतन में कटौती भी की जा रही है. वहीं कई युवाओं को नौकरी से भी निकाल दिया गया है.

खतरे में लोगों की नौकरी

शादी और त्योहार का सीजन हुआ प्रभावित

कोरोना वायरस के चलते इस बार त्योहार और शादियों का सीजन पूरी तरह से प्रभावित हो चुका है. ऐसे में व्यापारी वर्ग पर सीधी मार पड़ती हुई नजर आ रही है. लोगों ने त्योहारों को देखते हुए स्टॉक जमा कर लिया था. गाड़ियां शोरूम में सज-धजकर खड़ी हुई हैं, लेकिन इन्हें खरीदने कोई नहीं पहुंच रहा है.

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