अलवर.छह नगर पालिकाओं में चुनाव संपन्न हो चुके हैं. बहरोड़, तिजारा, खैरथल, किशनगढ़ बास, खेड़ली व राजगढ़ में चुनाव संपन्न हुए. उसके बाद 20 तारीख को अध्यक्ष पद के चुनाव हुए. जिसमें तिजारा व बहरोड़ में कांग्रेस का बोर्ड बना. जबकि अन्य चार जगहों पर भाजपा ने अपना बोर्ड बनाया. बहरोड़ में कुल 35 वार्डों के लिए चुनाव के बाद कांग्रेस के उम्मीदवार सीताराम यादव व नगर पालिका खेड़ली में 25 वार्डों के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार संजय कुमार गुप्ता को निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए.
अलवर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का पलड़ा रहा भारी इसके अलावा 4 जगहों पर मतदान प्रक्रिया हुई. किशनगढ़ बास नगर पालिका में कुल 25 वार्ड थे. इसमें भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार तारा मणि सिंघल ने 16 वोट प्राप्त किए. जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार हेमलता को 9 वोट मिले. इसी तरह से खैरथल नगर पालिका में कुल 35 वार्ड से भारतीय जनता पार्टी की तरफ से उम्मीदवार हरीश कुमार को 21 वोट मिले. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह चौधरी को 14 वोट मिले. दोनों उम्मीदवारों के बीच 7 वोट का अंतर रहा.
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राजगढ़ नगर पालिका में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सतीश कुमार को 24 वोट मिले. जबकि निर्दलीय उम्मीदवार राजेंद्र को 10 वोट मिले. यहां एक वोट खारिज हो गया. तिजारा नगर पालिका में कुल 25 वार्ड थे. यहां कांग्रेस की तरफ से अध्यक्ष पद पर डब्बू राम सैनी उम्मीदवार बनाया गया. डब्बू राम को 15 वोट मिले, जबकि भारतीय जनता पार्टी की तरफ से संजय जैन चुनाव मैदान में उतारा गया. संजय को 10 वोट मिले.
इसी तरह से सभी छह नगर पालिकाओं में उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव प्रक्रिया हुई. बहरोड़ के निर्दलीय उम्मीदवार विक्रम को निर्विरोध चुना गया. नगर पालिका खेड़ली के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार संदीप कुमार, नगर पालिका किशनगढ़ बास के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार साक्षी, नगर पालिका खैरथल के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार वरुण डाटा, नगर पालिका राजगढ़ के लिए निर्दलीय उम्मीदवार मौसमी भाई व नगर पालिका तिजारा के लिए कांग्रेस के उम्मीदवार हरीश कुमार को निर्विरोध उपाध्यक्ष चुना गया.
ऐसे में नगर पालिका चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का पलड़ा भारी नजर आया. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बाद भी भाजपा 4 जगहों पर अपना बोर्ड बनाने में सफल रही. अलवर में श्रम मंत्री टीकाराम जूली की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई थी. ऐसे में चुनाव परिणाम के बाद भाजपाइयों में खुशी की लहर है.