अजमेर.पूर्व राज्यमंत्री एवं विधायक अनिता भदेल ने उनके विधायक कोष से खरीदे गए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद और गुणवक्ता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि कोरोना काल में कैसे सरकारी मशीनरी आपदा को अवसर बनाती है यह इस बात का उदाहरण है कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की गुणवक्ता ही खराब है. इन ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के उपयोग से मरीज की जान भी जा सकती है.
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अनिता भदेल ने जेएलएन अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट में ऑक्सीजन की बर्बादी एवं फ्लकचुएशन से मरीजों की मौत का मामला उठाया था. इस बार भदेल ने विधायक कोष से 25 लाख रुपए 10 लीटर के ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के लिए दिए थे. उन्होंने इन कंसंट्रेटर की खरीद और गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए हैं. भदेल सोमवार को कंसंट्रेटर लेकर कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित के दफ्तर पहुंच गई. जहां पर उन्होंने कंसंट्रेटर की आउटलेट बुक दिखाते हुए कहा कि इस पर कहीं भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कंपनी और मैन्युफैक्चरिंग नहीं लिखी हुई है.
उन्होंने बताया कि जिस ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को 10 लीटर का बताया जा रहा है. उसकी क्षमता शुद्ध ऑक्सीजन देने की बहुत ही कम है. जबकि 2 लीटर पर ही ऑक्सीजन 100 प्रतिशत देता है. जबकि लीटर बढ़ाने पर ऑक्सीजन बनाने में कमी आ जाती है. 10 लीटर तक बढ़ाए जाने पर कंसंट्रेटर महज 30 फीसदी ऑक्सीजन ही बना पाता है. भदेल ने कलेक्टर से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद और गुणवत्ता की जांच करवाने की मांग की है. साथ ही दी गई सप्लाई को बदलने के लिए भी कहा है.
विधायक अनिता भदेल ने बताया कि विधायक कोष से जो 10 लीटर के ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदे गए हैं उनकी कीमत 86 हजार है. जबकि स्थानीय ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कीमत भी 86 हजार ही है और दोनों में काफी फर्क है. विधायक कोष से खरीदा गया ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 10 लीटर पर 30 फीसदी ऑक्सीजन दे रहा है. वही स्थानीय ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 10 लीटर पर भी 100 फीसदी ऑक्सीजन दे रहा है.