अजमेर.भारतीय सेना के दक्षिण पश्चिम कमान के कमांडर इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल का पाकिस्तान को लेकर बड़ा ब्यान सामने आया है. लेफ्टिनेंट जनरल चेरिश मैथसन ने पाक प्रधानमंत्री इमरान खान के उस बयान का जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने युद्ध को अंतिम विकल्प बताया था.
कमांडेंट चेरिश मैथसन ने पाक पीएम के बयान पर की टिप्पणी लेफ्टिनेंट चेरिश ने खुले शब्दों में पाकिस्तान को युद्ध की दावत देते हुए कहा कि यदि युद्ध ही अंतिम विकल्प है तो उसे युद्ध कर लेना चाहिए. लेकिन उससे पहले 1971 की शर्मनाक हार को भी याद कर लेना चाहिए और प्रोक्सीवार से बाज आना चाहिए. अजमेर के मेयो कॉलेज में एक कार्यक्रम में भाग लेने आये लेफ्टिनेंट जनरल चेरिश मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान उनके तेवर चीन और पकिस्तान के खिलाफ सख्त नजर आए. चेरिश ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के उस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा की यदि भारतीय उपमहाद्वीप में शान्ति के लिए युद्ध ही अंतिम विकल्प है तो पकिस्तान को उसे भी आजमा लेना चाहिए.
यह भी पढ़ें: जयपुर का ये पाकिस्तानी हिन्दू परिवार नहीं भूल पायेगा सुषमा स्वराज को...जानिए वजह
पकिस्तान को प्रोक्सीवार से बाज आने की नसीहत देते हुए चेरिश ने कहा कि युद्ध की बात करने वाले पकिस्तान को पहले 1971 के युद्ध में मिली करारी हार को याद कर लेना चाहिए. चेरिश ने कहा कि भारतीय सेना अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए तैयार है फिर सामने चाहे जो देश हो कोई फर्क नहीं पड़ता.
लेफ्टिनेंट जनरल चेरिश मैथसन ने इस अवसर पर 1971 के भारत पाक युद्ध को याद करते हुए राजस्थान के जवानों की शहादत को नमन किया. उन्होंने प्रदेश के वीर और योद्धाओं की धरती की संज्ञा से नवाजते हुए अपनी उस मांग को भी दोहराया, जिसमें भारतीय सेना राजस्थान सरकार से बीकानेर के मेजर सगट सिंह की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग कर चुकी है.
यह भी पढ़ें: सुषमा स्वराज ने दिया था 'मोदी है तो मुमकिन है' का नारा, इस नारे की भी हुई थी चर्चा
1971 की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले मेजर सगट सिंह की जन्मजयंती पर यह मांग राजस्थान सरकार के समक्ष रखी गयी थी. इस अवसर पर चेरिश मैथसन ने 1971 के युद्ध में राजस्थान के लोंगेवाला पोस्ट पर पाकिस्तानी सेना के छक्के छुड़ाने वाली आरसीएल जीप माउंटेड गन को भी मेयो कॉलेज को भेंट की. चेरिश ने जानकारी दी कि मेजर चांदपुरी के नेतृत्व में लड़ी गई. इस लड़ाई में जतनी बड़ी भूमिका भारतीय सेना के जवानों की थी उतनी ही बड़ी भूमिका इस आरसीएल जीप की भी थी. अब यह ऐतिहासिक जीप मेयो कॉलेज में आने वाले लोगों और बच्चों को भारतीय सेना के गौरवशाली इतिहास की याद दिलवाने के साथ ही प्रेरणा की स्रोत बनेगी.