अजमेर. अजमेर के माकड़वाली रोड पर साल 2012 में बनी फ्रूट एवं सब्जी मंडी को संजीवनी मिल गई है. तत्कालीन गहलोत सरकार में शहर की आवश्यकताओं को देखते हुए 21 बीघा भूमि पर फ्रूट एवं सब्जी मंडी का निर्माण करवाया था. इसके बाद साल 2018 तक वसुंधरा सरकार रही. इस दौरान मंडी उपेक्षा और दुर्दशा का शिकार हुई. प्रदेश में फिर से गहलोत सरकार बनी.
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ईटीवी भारत ने मंडी की दुर्दशा का मुद्दा प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था. जिस पर संज्ञान लेते हुए मंडी संचालन में शेष रही प्रक्रिया शुरू हुई. माना जा रहा है कि आगामी 4 महीनों में सब्जी एवं फ्रूट मंडी का संचालन शुरू हो जाएगा. अजमेर में ब्यावर रोड पर स्थित सब्जी एवं फ्रूट मंडी है. शहर की बढ़ती आबादी और विस्तार को देखते हुए तत्कालीन गहलोत सरकार ने माकड़वाली रोड स्थित बेशकीमती 21 बीघा भूमि पर फ्रूट एवं सब्जी मंडी का निर्माण करवाया.
उम्मीद की जा रही थी कि शहर को अब दूसरी प्रोटेम सब्जी मंडी राहत देगी. वहीं, पुष्कर, पीसांगन, गेगल, किशनगढ़ सहित आसपास के सैकड़ों गांवों के किसानों को मंडी का लाभ मिल पाएगा. वहीं, आधे शहर को ताजा और उचित दर पर सब्जियां मिल पाएगी.
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2014 में वसुंधरा सरकार प्रदेश में बनी. इस दौरान सरकार और प्रशासन ने मंडी की सुध नहीं ली. जनता की गढ़ी मेहनत की कमाई से बनी मंडी की दुर्दशा का सिलसिला शुरू हो गया मंडी में जंगल उग आए. वही असामाजिक तत्वों का मंडी डेरा बन गई. प्रदेश में दोबारा गहलोत सरकार बनी. ईटीवी भारत में प्रमुखता के साथ मंडी की दुर्दशा का मुद्दा उठाया था. तत्कालीन जिले के प्रभारी मंत्री और स्थानीय शहर कांग्रेस के सचिव ने मंडी के संचालन को लेकर रुचि दिखाई.
मंडी उपेक्षा और दुर्दशा का शिकार हुई मंडी संचालन को लेकर शेष रही औपचारिकताओं को लेकर सरकार ने भी सुध ली. प्रक्रिया को मिली गति एवं शीघ्र मंडी का संचालन शुरू होने को लेकर निवर्तमान शहर कांग्रेस सचिव शिव बंसल ने सीएम अशोक गहलोत और ईटीवी भारत का आभार व्यक्त किया है. उनका कहना है कि फ्रूट एवं सब्जी मंडी का संचालन शुरू होने के बाद क्षेत्र में रोजगार के अन्य आयाम भी स्थापित होंगे और किसान व्यापारी और आमजन को इसका फायदा मिलेगा.
अजमेर मंडी की दुर्दशा को सुधारने के साथ ही शीघ्र संचालन को लेकर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. 21 बीघा मंडी की जमीन पर 103 भूखंडों का लॉटरी की प्रक्रिया से आवंटन हो चुका है. बता दें कि ब्यावर रोड स्थित फ्रूट एवं सब्जी मंडी में 40 से 45 टन फल और सब्जियां प्रतिदिन आते हैं. किसानों और आमजन की संख्या भी बढ़ी है. इससे ब्यावर रोड स्थित फ्रूट एवं सब्जी मंडी पर ज्यादा दबाव पड़ रहा था. माकड़वाली रोड पर निश्चित नई मंडी का संचालन होने के बाद अजमेर शहर में दो मुख्य फ्रूट एवं सब्जी मंडी आ हो जाएगी.
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मंडी में भूखंडों को लेकर आवंटन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. आवंटन में किसान महिला कृषक विधवा निशक्तजन किसान व्यवसायिक संगठन किसान उत्पाद संगठन जैविक खेती सहित कई कोटा निर्धारित किया जा चुका है. आवंटियों को आवंटन पत्र देने की प्रक्रिया पाइप लाइन में है. कृषि उपज मंडी के सचिव मदन सैनी ने बताया कि सरकार अति शीघ्र आवंटन पत्र जारी कर मंडी का संचालन शुरू करवाएगी.
काफी समय से विरान पड़ी है ये मंडी सैनी ने बताया कि नई मंडी में सड़क प्लेटफार्म और ऑफिस के कमरों की मरम्मत का कार्य जल्द शुरू होने वाला है. नई मंडी के शीघ्र संचालन में सरकार की रूचि को देखते हुए कृषि उपज मंडी के सचिव मदन लाल सैनी भी कार्य को यथाशीघ्र और समय अवधि में करने के कार्यों में जुटे हुए हैं. माकड़वाली रोड स्टेट फ्रूट एवं सब्जी मंडी के संचालन से हजारों लोगों की उम्मीदें जुड़ी हुई हैं. अब वह दिन दूर नहीं जब माकड़वाली रोड स्थित वीरान पड़ी फ्रूट एवं सब्जी मंडी भी गुलजार होगी.