अजमेर. नगर निगम में कांग्रेस पार्टी के पार्षदों ने एक गंभीर मुद्दे को लेकर नगर निगम महापौर और कमिश्नर से चर्चा आयोजित की, जिसमें पार्षदों ने अजमेर के विधायकों पर खाद्य सुरक्षा सामग्री के वितरण (Food items distribution) में भेदभाव का आरोप लगाया है.
यह लगाए आरोप...
अजमेर नगर निगम (Ajmer Municipal Corporation) के वार्ड 72 के पार्षद और पूर्व नगर निगम उपायुक्त गजेंद्र सिंह रलावता और वार्ड नंबर 1 के पार्षद बनवारी लाल शर्मा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने विधायक फंड की अनुशंसा करते हुए सभी विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र में 25 लाख रुपए खाद्य सामाजिक सुरक्षा के लिए खर्च करने का आदेश दिया था.
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इसके तहत सभी विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र में 25 लाख रुपए की राशन सामग्री जरूरतमंद लोगों को वितरित करवानी थी. लेकिन अजमेर के दोनों विधायक, अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी और अजमेर दक्षिण विधायक अनिता भदेल ने इस काम में कांग्रेस पार्षदों और निर्दलीय पार्षदों के साथ भेदभाव किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों विधायक खाद्य सुरक्षा सामग्री का वितरण सिर्फ भाजपा के पार्षदों और कार्यकर्ताओं को कर रहे हैं, जिसकी वजह से कांग्रेस पार्षदों को अपने वार्ड के लिए राशन सामग्री उपलब्ध नहीं हो पा रही है.
राशन सामग्री के समान वितरण की रखी मांग
वार्ड पार्षद गजेंद्र सिंह रलावता और बनवारी लाल शर्मा ने नगर निगम प्रशासन से मांग की है कि इस संबंध में दोनों विधायकों से बातचीत की जाए और सभी वार्ड पार्षदों को बराबर राशन सामग्री वितरित की जाए, ताकि सभी वार्ड पार्षद, चाहे वह बीजेपी से संबंध रखते हो या फिर कांग्रेस से या फिर निर्दलीय हो सभी अपने वार्डों में जरूरतमंद जनता को राशन सामग्री उपलब्ध करवा सकें. उन्होंने पहले भी इस संबंध में जिला प्रशासन को सूचित किया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. इस संबंध में सभी कांग्रेसी पार्षद मिलकर कुछ दिन में जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपेंगे.