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अजमेर संभाग प्रभारी हरिमोहन शर्मा ने स्थानीय कांग्रेस नेताओं की ली बैठक

अजमेर नगर निगम चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस रणनीति बनाने में जुटी है. इसी बीच सोमवार को अजमेर कांग्रेस संभाग के प्रभारी हरिमोहन शर्मा और चुनाव प्रभारी हाकिम अली ने स्थानीय नेताओं की बैठक ली. जिसमें नए शहर, देहात अध्यक्षों और ब्लॉक अध्यक्षों के नामों को लेकर मंथन किया गया.

अजमेर नगर निगम चुनाव, Ajmer congress meeting
अजमेर कांग्रेस संभाग के प्रभारी ने ली मीटिंग

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Published : Jan 11, 2021, 5:55 PM IST

अजमेर. नगर निगम चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपनी बिसात बिछा दी है. 30 साल में अजमेर नगर निगम पर कांग्रेस कब्जा नहीं जमा पाई है. इस बार कांग्रेस ने नगर निगम पर कब्जा करने की ठानी है. इसके लिए कांग्रेस के स्थानीय नेताओं को एक प्लेटफॉर्म लाने का प्रयास किया जा रहा है. इसी को लेकर अजमेर संभाग के प्रभारी हरिमोहन शर्मा और चुनाव प्रभारी हाकिम अली ने अजमेर क्लब में स्थानीय नेताओं की बैठक ली.

अजमेर कांग्रेस संभाग के प्रभारी ने ली मीटिंग

बैठक का मकसद नगर निगम चुनाव (Ajmer Municipal Corporation Election) के अलावा संगठन के लिए नए शहर, देहात अध्यक्षों और ब्लॉक अध्यक्षों के नामों को लेकर मंथन करना था. साथ ही 15 जनवरी को किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस के आंदोलन की रूपरेखा तैयार करना भी था. इन सबसे खास अब तक गुटबाजी से जूझ रही कांग्रेस को मजबूत करने के लिए सभी नेताओं और मजबूत कार्यकर्त्ताओ की ओर से दिए जा रहे नामों पर अमल करना भी था.

नौजवानों को दी जाएगी प्राथमिकता

अजमेर कांग्रेस के संभाग प्रभारी हरि मोहन शर्मा ने स्थानीय नेताओं को इशारों में स्पष्ठ कर दिया है कि यहां व्यक्ति की नहीं, कांग्रेस की बात करने वाले को तवज्जों मिलेगी. पार्टी के प्रति निष्ठावान, वक्त के साथ दल बदलने का दिमाग नहीं रखता हो और वह किसी प्रलोभन में ना आने वाले हो, केंद्र सरकार की गलत नीतियों के विरुद्ध संघर्ष कर खड़ा हो, साथ ही वार्ड में सक्रिय और लोकप्रिय हो. ऐसे व्यक्ति को उम्मीदवार बनाने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने बताया कि नौजवानों को ज्यादा प्राथमिकता दी जाएगी.

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उम्मीदवारों के चयन में कांग्रेस का यह निर्णय काफी जटिल है. कांग्रेस का पिछला रिकॉर्ड नगर निगम में देखें तो पूरे 5 साल में कांग्रेस ने एक बार भी भाजपा बोर्ड का विरोध नहीं किया है. वहीं कांग्रेस के पार्षदों पर बीजेपी के मेयर से लिफाफे लेने के आरोप भी लगते रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस को तय हिसाब से उम्मीदवार मिलेंगे. इसको लेकर भी चर्चा गर्म हो गई है.

प्रभारी ने कहा-बोर्ड ना बना पाना चिंता का विषय

पार्टी के अजमेर संभाग प्रभारी और प्रदेश उपाध्यक्ष हरिमोहन शर्मा ने बताया कि कांग्रेस लंबे अरसे से नगर निगम में अपना बोर्ड नहीं बना पाई है. यह कांग्रेस और यहां स्थानीय नेतृत्व करने वाले नेताओं के लिए भी चिंता का विषय है. हम यह प्रयास करने जा रहे हैं कि चाहे वह चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी, पूर्व विधायक, निवर्तमान अध्यक्ष, निवर्तमान ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष, अग्रिम संगठनों के जिला अध्यक्ष हो या स्वयं सेवी संस्था में काम करने वाले कांग्रेस के कार्यकर्ताओं हो सब को एकजुट कर काम करने का प्रयास करेंगे.

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शर्मा ने कहा कि हर राजनीतिक दल में स्थिति है कि कुर्सी के मोह में व्यक्ति विचलित होता है. शर्मा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने जिस तरीके से राज्य सरकारों को गिराने का जो कुचक्र चलाया है. उससे आगाह होते हुए नगर निगम और अन्य निकायों में भी बीजेपी के इस कुकृत्य से बचने का पूरा प्रयास कर रहे हैं. इसलिए उपयुक्त लोगों का चयन किया जा रहा है.

कांग्रेस की बैठक में पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री एवं प्रदेश उपाध्यक्ष नसीम अख्तर, पूर्व विधायक श्रीगोपाल बाहेती, रामनारायण गुर्जर, राजकुमार जयपाल, मसूदा विधायक राकेश पारीक सहित अजमेर उत्तर और दक्षिण से विधायक का चुनाव हारे महेंद्र सिंह रलावता, हेमंत भाटी सरस डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी सहित स्थानीय कांग्रेस के नेता मौजूद रहे.

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